ACN18.COM वाराणसी /राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान रविवार को अपराह्न लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बाबतपुर पहुंचे। जहां पर उनका स्वागत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, मंत्री रविंद्र जायसवाल, सांसद बीपी सरोज, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों ने भव्य स्वागत किया। बाबतपुर एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर के जरिए राष्ट्रपति बरेका पहुंचे, यहां लंच के बाद विश्राम करेंगे। शाम करीब साढ़े पांच बजे काशी विश्वनाथ मंदिर में पत्नी के साथ दर्शन पूजन करेंगे।
बतादें कि राष्ट्रपति इससे पहले संतकबीरनगर में थे। जहां उन्होंने संतकबीर की परिनिर्वाण स्थली पर पहुंचकर नवनिर्मित संतकबीर एकेडमी का लोकार्पण भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा माना जाता है कि संतों के आगमन से धरती पवित्र होती है। इसका जीवंत उदाहरण मगहर है। संत कबीर के यहां आने से पहले मगहर की धरती ऊसर, बंजर और अभिशप्त थी। उनके आगमन से धरती खिल उठी। संत कबीर मगहर में तीन वर्ष तक रहे।
इस दौरान गोरक्ष पीठ से सिद्ध संत भी उनके बुलावे पर मगहर आए और यहां के पानी की समस्या को दूर करते हुए गोरख तलैया से सूखी पड़ी आमी को जीवंत किया। राष्ट्रपति ने कहा कि संत कबीर का पूरा जीवन मानव श्रेष्ठता का उदाहरण है। उन्होंने संदेश दिया कि असहाय की सहायता किए बिना समाज में समरसता नहीं आ सकती। महामहिम ने कबीर का दोहा ‘ कबीर सोई पीर है, जो जाने पर पीर ‘ पढ़कर लोगों का दु:ख दर्द समझने वाला बताया। उन्होंने कहा कबीर गरीब, वंचित परिवार में पैदा हुए, लेकिन उसे अपनी कमजोरी नहीं ताकत बनाया।