Acn18.comराजनांदगांव/ जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का राजनांदगांव मुस्लिम समाज ने कड़ा विरोध करते हुए निंदा की है और कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। बीते 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने निर्दोष सैलानियों की हत्या कर दी थी। इस हत्या के विरोध में मुस्लिम समाज सामने आया है और आतंकवादियों द्वारा किए गए इस कायाराना हरकत की कड़ी निंदा की है।
मुस्लिम समाज ने पहलगाम में हुए निर्दोषों की हत्या का पुरजोर विरोध किया है और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन के माध्यम से आतंकवादियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेकर आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने की गुजारिश की है । मुस्लिम समाज ने अपने ज्ञापन में कहा है कि कश्मीर के पहलगाम के पास भारतीय पर्यटकों को आतंकी घटना के तहत कत्ल किया गया है, इस घटना से राजनांदगांव का मुस्लिम समाज आहत है और जिस कायरता से बेकसूर पर्यटकों को निशाना बनाया गया है उसकी कडी शब्दों में निंदा करता है। मुस्लिम समाज ने ज्ञापन में कहा है कि आतंकवादियों का उददेश्य भारत के सामाजिक समरस्ता को नुकसान पहुंचाने का था, लेकिन उनके इन नापाक इरादों को भारतीय जनमानस कभी पूरा नही होने देगा। आतंकवाद के जड़ से खात्में के लिए केन्द्र सरकार ठोस कार्यवाही को अंजाम दें । जामा मस्जिद मुस्लिम समाज के अध्यक्ष हाजी रईस अहमद शकील ने कहा कि बेकसूर पर्यटकों को मारा गया है। इस्लाम धर्म बेगुनाहों को मारने का कभी समर्थन नहीं करता है। मुस्लिम समाज हमले की घोर निंदा करता है । उन्होंने कहा कि इस मामले में कठोर कार्रवाई हो ताकि दोबारा इस घटना की पुर्नवृत्ति न हो । वहीं खिदमत फाउंडेशन के अध्यक्ष आदिल रिजवी ने कहा कि धर्म का रंग देकर आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया है । हमारा फर्ज बनता है कि हम इसका विरोध करें। उन्होंने कहा कि कुरान शरीफ में साफ लिखा है कि किसी एक इंसान का कत्ल पूरी इंसानियत का कत्ल है और एक बेगुनाह को बचाना पूरी इंसानियत को बचाने के बराबर है। उन्होंने कहा कि बेगुनाहों की हत्या करने वाले आतंकियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ।
बाईट – हाजी रईस अहमद शकील, अध्यक्ष मुस्लिम समाज
बाईट – आदिल रिजवी, अध्यक्ष खिदमत फाउंडेशन