यूपी के बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी से नाराजगी जताई। उनका कहना है कि शमी ने रमजान में रोजा नहीं रखा, जो गुनाह है। शरीयत की नजर में वह मुजरिम हैं। इनको हरगिज ऐसा नहीं करना चाहिए था।
दरअसल, मंगलवार को शमी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के दौरान ग्राउंड पर एनर्जी ड्रिंक पीते नजर आए थे। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने गुरुवार को वीडियो जारी किया।
शमी शरीयत के नियमों का पालन करें
शहाबुद्दीन रजवी ने कहा, शरीयत के नियमों का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है। इस्लाम में रोजा रखना फर्ज है। अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर रोजा नहीं रखता, तो वह इस्लामिक कानून के अनुसार गुनहगार माना जाता है। क्रिकेट खेलना बुरा नहीं है, लेकिन धार्मिक जिम्मेदारियों को भी निभाना चाहिए। मैं हिदायत देता हूं कि शमी शरीयत के नियमों का पालन करें और अपने धर्म के प्रति जिम्मेदार बनें।
कौन हैं शहाबुद्दीन रजवी
शहाबुद्दीन रजवी को मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी के नाम से जाना जाता है। वह भारतीय इस्लामी विद्वान, लेखक और सोशल वर्कर हैं। वह ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष और इस्लामिक रिसर्च सेंटर के संस्थापक भी हैं।
रजवी ने अंग्रेजी, उर्दू और हिंदी में इस्लामी इतिहास और धर्मशास्त्र पर किताबें लिखी हैं। उनकी प्रमुख किताबों के नाम- तारीख जमात रजा-ए-मुस्तफा और मुफ्ती-ए-आजम हिंद के खलीफा है।