ACN18.COM छत्तीसगढ़ में आगामी नगरीय निकाय चुनाव को लेकर पूर्वी सीएम भूपेश बघेल बीती रात बलौदा बाजार पहुंचे. यहां उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मैं पूरे प्रदेश में दौरा कर रहा हूं. लोग भाजपा के एक वर्ष के कार्यकाल को देख कर परेशान हो चुके हैं और पुनः परिवर्तन की लहर और कांग्रेस के पक्ष में माहौल दिखाई दे रहा है. पूर्व सीएम ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार गरीबों, किसानों, युवाओं के हितों की चिंता करने वाली हिमायती नहीं, वरन शोषण करने वाली है.
उन्होंने कहा कि किसानों को धान की खरीद राशि भुगतान की बात कही थी, पूरा नहीं किया. गरीबों के स्वास्थ्य योजना को लेकर हमने जो योजना लागू किया, वह बंद कर दिया गया है. गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए आत्मानंद स्कूल खोला, उस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा, बल्कि नाम बदलने की बात कह रहे हैं. वहीं शिक्षकों को बराबर वेतन नहीं मिल रहा है. युवाओं को नौकरी से निकाल दिये.
पूर्व सीएम ने आगे कहा कि भाजपा के शासन काल में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. इनके प्रशासनिक अधिकारी नियंत्रण में नहीं हैं. बलौदाबाजार-भाटापारा का कलेक्टर एसपी कार्यालय जल गया और ये सम्हाल नहीं पाए. कलेक्टर एसपी कार्यालय छोड़कर भाग गये. निर्दोष लोगों को पकड़ जेल भेजा गया, जबकि वास्तविक अपराधी बाहर घुम रहे हैं. एक समाज विशेष को पकड़कर जेल में ठुंसा गया.
उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि शिक्षकों को नौकरी से निकाला जा रहा है. शिक्षकों को तनख्वाह नहीं मिल रही है. कांग्रेस की जितनी भी योजना थी, उसे भाजपा ने बंद करवा दिया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं परेशान हैं.
उन्होंने आगे कहा कि झुठ फरेब से यह सत्ता में काबिज है, पर अब जनता समझ गयी है और अब प्रदेश में बदलाव की स्थिति है. पूर्व सीएम बघेल ने इन मुद्दों पर भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए लोगों से कांग्रेस को वोट देकर जिताने की अपील की है.
वहीं अमरिका से पंजाब लाए गए भारतीयों के साथ अमानवीय व्यवहार को लेकर उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को संज्ञान लेकर काम करना चाहिए.
जनसभा के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ जनप्रतिनिधि शैलेष नितिन त्रिवेदी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कालनेमि रूपी है, जो वक्त के साथ रंग बदल देते हैं. मीठी बातें कर जनता को गुमराह करते हैं. इनसे बचकर रहना और कांग्रेस प्रत्याशियों का वोट देकर हाथ मजबूत करना.