बलौदाबाजार हिंसा मामले में युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष शैलेंद्र बंजारे और प्रवीण महिलांगे को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही अब तक 155 आरोपियों को गिरफ्तारी हो चुकी है। इससे पहले NSUI विधानसभा अध्यक्ष को भी गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने बताया कि शैलेंद्र बंजारे को रायपुर के पास से पकड़ा गया। CCTV फुटेज में हिंसा के दौरान युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष की मौजूदगी पाई गई थी। वहीं आरोपी प्रवीण महिलांगे संयुक्त कार्यालय परिसर में तोड़फोड़ कर कार में रखे लैपटॉप, मोबाइल और हार्ड डिस्क लेकर फरार हो गया था। पुलिस ने घटना का वीडियो फुटेज भी जारी किया है।
लैपटॉप, मोबाइल और हार्ड डिस्क बरामद
आरोपी से चोरी का लैपटॉप, मोबाइल और हार्ड डिस्क बरामद किया गया है। घटना में शामिल बाकी आरोपियों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने लगातार वीडियो, फोटो, CCTV फुटेज और अन्य तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी कर रही है। 19 साल का प्रवीण महिलांगे बालोद जिले का रहने वाला है। वहीं 33 साल का युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष शैलेंद्र बंजारे बलौदाबाजार का रहने वाला है।
उपद्रवियों ने 2 फायर ब्रिगेड की गाड़ी समेत 77 वाहन फूंके
उपद्रवियों ने 75 बाइक, 20 कार और 2 दमकल वाहन को आग के हवाले कर दिया था। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसके बाद कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में आगजनी की। इससे कई अहम दस्तावेज जलकर खाक हो गए। कलेक्टर कार्यालय के सामने स्थित ध्वजारोहण के पोल पर भी सफेद रंग का ध्वज लगा दिया था।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। इसमें पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी घायल हुए हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद डिप्टी CM विजय शर्मा ने हिंसा वाली रात ही मौके का जायजा लिया था। वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए थे।
भीम आर्मी के प्रदेश उपाध्यक्ष-महासचिव गिरफ्तार
7 दिन पहले 29 जून को 3 बड़ी गिरफ्तारी की गई थी। पुलिस ने भीम आर्मी के प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश आजाद, प्रदेश महासचिव राम स्वरूप महिलांगे और एक आरोपी को गिरफ्तार किया। इससे एक दिन पहले 28 जून को छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन और पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने बलौदाबाजार पहुंचकर जायजा लिया था।
वहीं 25 जून को पुलिस ने NSUI के विधानसभा अध्यक्ष समेत 7 और आरोपियों को गिरफ्तार किया। 10 जून को आगजनी के दौरान NSUI विधानसभा अध्यक्ष सूर्यकांत वर्मा पर तोड़फोड़ करने का आरोप है। साथ ही वह इस दौरान किसी का मोबाइल लूटकर भी फरार हो गया था।
बलौदाबाजार हिंसा की टाइमलाइन…
- 15 मई: सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को देर रात क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।
- 16 मई : सुबह लोगों को पता चला तो उन्होंने मौके पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
- 17 मई : पुलिस में मामला दर्ज कर किया।
- 19 मई : मानाकोनी बस्ती में समाज के लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर चक्का-जाम किया था। इस दौरान समाज के गुरु और पूर्व मंत्री रुद्रकुमार ने कार्रवाई की मांग की, वहीं गुरु खुशवंत साहेब ने कांग्रेस सरकार में हुए प्रदर्शन की याद दिलाई।
- 19 मई : पुलिस ने इस मामले में बिहार निवासी 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि नल-जल योजना कार्य में ठेकेदार पैसे नहीं दे रहा था। इसलिए शराब के नशे में आरोपियों ने तोड़फोड़ कर दी।
- 20 मई : समाज के लोगों की बैठक हुई। इसमें कहा गया कि गलत आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। जो दोषी हैं, उन्हें पकड़ा जाए। वहीं आंदोलन की रूप रेखा तैयार हुई।
- 21 मई : पुलिस और प्रशासन को दोषियों की गिरफ्तारी को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। इसके बाद से ही लगातार समाज के लोग आवेदन देकर जांच और कार्रवाई की मांग करते रहे।
- 08 जून : कलेक्टर ने प्रशासनिक अफसरों, पुलिस अफसरों और समाज के लोगों के साथ शांति समिति की बैठक बुलाई। इसमें अपील की गई कि आंदोलन से बचें। साथ ही जांच में तेजी लाने की बात कही गई।
- 09 जून: डिप्टी CM और गृहमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच कराने के निर्देश दिए। इसी दिन प्रशासन की अनुमति से कलेक्ट्रेट के पास दशहरा मैदान में समाज ने 10 जून को एक दिवसीय प्रदर्शन की अनुमति मांगी।
- 10 जून : इसी प्रदर्शन के दौरान अचानक से लोग उग्र हो गए और बवाल बढ़ता चला गया। हिंसा के दौरान कलेक्टर-एसपी दफ्तर में आगजनी की गई। कई गाड़ियां जला दी गई।