acn18.comकोरबा / कोरबा जिले के एक आदिवासी गांव कोटमेर में शराब के कारण तीन वनवासियों की मौत ने प्रशासनिक क्षेत्र और गांव में सन्नाटा भर दिया है. गांव में सिर्फ लोगों के रोने की आवाज सुनाई दे रही है. ग्रामीण और परिजनों ने बताया की मृतकों की कच्ची गृहस्थी थी.अभी भी कुछ बच्चे ऐसे हैं जिनके विवाह की तैयारी की जा रही थी लेकिन उनका पालक शराब की भेंट चढ़ गया
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के जंगल में बसा आदिवासी गांव कोटमेर आज रो रहा है। गांव की गलियां सूनी पड़ी है मृतकों के घर के आसपास महिलाएं एकत्रित होकर नाम ले लेकर रूदन कर रही हैं। उनका आर्तनाद शांत जंगल में गूंज रहा है. वृक्ष भी अपने पालको की मौत से दुखी जान पड़ते हैं। हमारे ग्रामीण संवाददाता सरोज रात्रि जब इस गांव में पहुंचे तो वहां का दृश्य देख उनका भी हृदय दहल गया
जिस घर में बैठकर तीन ग्रामीणों ने शराब का सेवन कर मौत का आलिंगन कर लिया था उस घर को देखने से भी ग्रामीण भयभीत हो रहे हैं शराब के कारण प्राण गंवाने वालों के रिश्तेदार भी गांव पहुंच गए हैं इन्हें भी अत्यंत कष्ट है कि असमय ही उनके रिश्तेदार की मौत हो गई
3 ग्रामीणों की मौत के कारण को लेकर प्रशासनिक अधिकारी भले ही फूड प्वाइजनिंग अथवा शराब सेवन के मध्य झूल रहे हो, लेकिन ग्रामीण मानते हैं की मौत का कारण सिर्फ और सिर्फ शराब है.शराब सेवन से जिन लोगों ने अपने प्राण गवा दिए उनमें से दो लोग तो ऐसे हैं जिनके बच्चे अभी छोटे हैं. कुछ के शादी की तैयारी में परिवार लगा था