acn18.com बलौदाबाजार । जिला मुख्यालय में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 132 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनमे अलग अलग संगठन के 20 प्रमुख भी शामिल हैं। गिरफ्तार हुए आरोपियों में भीम रेजिमेंट के संभाग अध्यक्ष जीवराखन बांधे और प्रदेश उपाध्यक्ष उमेश सोनवानी भी शामिल हैं। बलौदा बाजार पुलिस ने कुल 7 टीमें बनायी है जो प्रदेश भर से आरोपियों कि पतासाजी में जुटी हुई हैं।
पुलिस ने शनिवार को भीम रेजीमेंट के संभागीय अध्यक्ष जीवराखन बांधे व प्रदेश उपाध्यक्ष उमेश सोनवानी सहित आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया है। बांधे अपने सहयोगियों के साथ जगदलपुर के रास्ते विशाखापट्टनम फरार होने की तैयारी में था। उसी समय उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बाकी अन्य आरोपियों को अलग-अलग ठिकानों से गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच के लिए गठित किए गए विशेष जांच दल के अधिकारी आरोपितों की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। उपद्रव के समय मौजूद वीडियो फुटेज, फोटोग्राफ्स, इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित तथ्यों के आधार पर आरोपितों की गिरफ्तारी की गई है।
आपको बता दें कि इस हिंसा में अलग अलग संगठन के करीब 20 प्रमुख शामिल हैं जिनमे मुख्य रूप से भीम आर्मी, भीम रेजिमेंट भीम क्रांतिवीर, क्रांति सेना, इंडियन सतनामी समाज, और सतनाम समाज से संबंधित कई संगठनों के नाम सामने आये हैं। सोशल मीडिया और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस की लगातार कार्यवाही जारी है। इसके साथ ही प्रशासन ने आज सोशल मीडिया पर भी नजर रखने के निर्देश दिए हैं।
घटना से संबंधित वीडियो, रील्स को हटाने के निर्देश
घटना के बाद बलौदाबाजार जिला प्रशासन ने इंटरनेट मीडिया निगरानी समिति का गठन किया है। कलेक्टर दीपक सोनी ने शनिवार को आदेश जारी किया। आदेश में कहा गया है कि घटना के संबंध में इंटरनेट मीडिया पर भड़काऊ वीडियो, रील्स व बयानबाजी को तत्काल हटाया जाए। इस पर कड़ी निगरानी की रखी जाए। चार सदस्यीय समिति संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेगी। घटना के बाद पुलिस ने बलौदाबाजार में खुले में पेट्रोल बेचने पर लागू प्रतिबंध को कड़ाई से पालन करवाने के निर्देश दिए हैं।
बलौदाबाजार में हुई हिंसा मामले में तत्कालीन कलेक्टर और एसपी के निलंबन को लेकर बलरामपुर पहुंचे कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया जो दोषी पाये गये हैं उन पर सरकार ने कार्यवाही की है।
वहीं भाजपा के 3 मंत्रियों द्वारा प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस विधायकों व नेताओं के द्वारा हिंसा भड़काने का आरोप लगाने के मामले पर उन्होंने कहा कि समूचे घटनाक्रम की जांच की जा रही है, उसके बाद जो भी दोषी पाये जाएंगे उनके विरुद्ध कार्यवाही होगी।