acn18.com मैनपुरी/ लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन किया है। इस प्रदर्शन से पार्टी हाईकमान उत्साहित है। ऐसे में पार्टी नेता कयास लगा रहे हैं कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल विधानसभा सीट छोड़ सकते हैं। वहीं कुछ नेताओं ने तो चुनाव लड़ने के लिए तैयारी भी शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक इस संबंध में पार्टी हाईकमान ने अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव करहल विधानसभा सीट से विधायक हैं। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कन्नौज लोकसभा सीट से जीत हासिल की है। अखिलेश की जीत के साथ ही समाजवादी पार्टी ने इस बार लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया है। सपा देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आई है। परिणामों से सपा हाईकमान भी उत्साहित है। संसद में सपा सांसदों की संख्या अधिक होने के कारण पार्टी नेता कयास लगा रहे हैं कि अखिलेश यादव दिल्ली की राजनीति करें। वह संसद में पार्टी सांसदों का प्रतिनिधित्व करें। इन्हीं कयासों की बल पर पार्टी नेता संभावना जता रहे हैं कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो करहल विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना तय है।
आजमगढ़ लोकसभा सीट से दिया था इस्तीफा
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजमगढ़ लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी। इसके बाद उन्होंने प्रदेश में 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में करहल सीट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की। संसद में सपा सांसदों की संख्या काफी कम होने के चलते उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर रहते हुए विधायकों का नेतृत्व कर रहे थे।
करहल सीट से ये हो सकते हैं दावेदार
अखिलेश यादव अगर करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा देते हैं तो ऐसी स्थिति में यहां सपा की ओर से कई दावेदार हो सकते हैं। सैफई परिवार से अखिलेश यादव, डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव, आदित्य यादव और अक्षय यादव सांसद चुने जा चुके हैं। ऐसे में पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव, पूर्व एमएलसी अरविंद यादव, पूर्व विधायक सोवरन सिंह यादव दावेदार हो सकते हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष लेंगे निर्णय
जिलाध्यक्ष आलोक शाक्य ने बताया कि इस संबंध में जो भी निर्णय लेना है वह राष्ट्रीय अध्यक्ष का होगा। फिलहाल जिला कार्यकारिणी को इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी गई है, जो भी निर्णय लिया जाएगा पार्टी के पदाधिकारी उसका स्वागत करेंगे।