acn18.com कोरबा /हमारी पृथ्वी काफी बड़ी है,जहां भिन्न -भिन्न प्रकार के लोग रहते है। हर किसी का अपना अलग सपना और शौक होता है। किसी को पशुपालन का शौक होता है,तो किसी को खेती किसानी का,तो किसी को खूलकूद का। ऐसा ही कुछ शौक पाल रखा है कोरबा के आरपीनगर फेस वन निवासी मनहरण लाल राठौर ने,जिन्होंने अपने घर के छत को ही मिनी फॉर्म के रुप में विकसित कर रखा है और वहां अपने खेती किसानी के शौक को पूरा करते हुए मौसमी फलों,सब्जियों सहित अन्य प्रकार की फसल ले रहे है। अभी उनके मिनी फॉर्म में टमाटर की फसल लगी है,जहां रोजाना दो से पांच किलो टमाटर का उत्पादन हो रहा है।
कोरबा के आरपी नगर फेस 1 में रहने वाले उन हजारों लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बने हुए है,जो खेती किसानी के काम को दोयम दर्ज का मानते है। किसी जमाने में बालको कर्मचारी रहे मनहरण लाल राठौर ने अपने तिमंजिला घर की छत को ही मिनी फॉर्म के रुप में तब्दील कर रखा है। मनहरण लाल को खेती किसानी का काफी शौक है। मनहरण कोरबा के भठौरा गांव के निवासी है। मनहरण जब अपने गांव में रहते थे,तो जमकर खेती करते थे,तब से ही उन्हें खेती किसानी का शौक है। बालको में जब नौकरी लगी,तब गांव से खेत आ गए। सालों तक नौकरी करने के बाद जब वे रिटायर हुए तब उनका पुराना शौक जाग उठा और उन्होंने अपने घर को ही मिनी फॉर्म के रुप में विकसित कर लिया और मौसम के हिसाब से फसल लेने लगे। आज के समय में उनके घर की छत पर टमाटकर,बैंगन,मिर्ची,गोभी सहित और भी कई अन्य किस्मोें की सब्जियां लगी हुई है,जिन्हें वे बेचते नहीं बल्की आपने सगे,संबंधित और किराएदारों को बांट देते है। मनहरण लाल बताते हैं,कि ऐसा करने से उन्हें काफी खुशी होती है।
मनहरण लाल राठौर के मिनी खेत में अभी टमाटर की बंपर पैदावार हुई है। रोजाना उनके खेत से पांच किलो टमाटर निकलते है। ऑफ सीजन होने के कारण अभी कोई सब्जियां तैयार नहीं है। हालांकि,आलू,प्याज सहित बैंगन की फसल धीरे-धीरे तैयार हो रही है,जो कुछ महिने के बाद पूरी तरह से विकसित हो जाएगी। मनहरण लाल राठौर की तरफ हम सभी को भी इस तरह से खेती को बढ़ावा देने का प्रयास करना चाहिए।