acn18.com कोरबा/ मेडिकल कॉलेज कोरबा की स्थापना होने के साथ यहां गंभीर मरीजों को चिकित्सा देने के लिए काम किया गया है। इंसेंटिव केयर यूनिट की स्थापना किए जाने से संवेदनशील प्रकरणों में मरीजों को बाहर रेफर करने की जरूरत नहीं पड़ रही है। इस तरह की सुविधा होने से अस्पताल प्रबंधन बेहतर सेवा कर पा रहा है, वही मरीज के रुपए भी बच रहे हैं।
मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल कोरबा में विभिन्न विभागों का सेटअप बेहतर तरीके से कम कर रहा है। आधुनिक संसाधन यहां पर उपलब्ध कराए गए हैं। इन सभी का लाभ मरीजों के चिकित्सा के मामले में प्राप्त हो रहा है। मेडिकल कॉलेज में आईसीयू की सुविधा में शुरू की गई है ,जहां से अब तक 2100 मरीजों को लाभ दिया गया है। मेडिकल कॉलेज में आईसीयू की सुविधा होने से हार्ट अटैक जैसे प्रकरण में मरीजों को यहां रखना सम्भव हुआ है। इससे उन लोगों पर आर्थिक बोझ नही पड़ेगा। मेडिकल कॉलेज ने आईसीयू में भर्ती मरीजों को सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क पर उपचार देना तय किया है। कुछ मामलों में मरीजों को निशुल्क चिकित्सा भी दी जा रही है।
कोरबा के सरकारी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में गंभीर श्रेणी के मरीजों को आईसीयू की सुविधा प्राप्त करने के लिए सरकार की ओर से निर्धारित राशि का भुगतान करना पड़ रहा है जबकि प्राइवेट अस्पतालों में -एक दिन के यही राशि 4 से ₹6000 की है। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए इतना सब कुछ वहन कर पाना मुश्किल होता है। ऐसे में मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की सुविधा उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
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