acn18.com कोरबा/कोरबा जिले के तिवरता गांव में बार्न उल्लू देखा गया है. जैसे ही बाड़ी में बैठे बार्न उल्लू पर लोगों की नजर पड़ी तो उसे देखने ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी. ग्रामीणों ने किसी भी अनहोनी से बचाने पूरे दिन उल्लू की देखभाल करते रहे. लोगों ने आशंका जताई है कि उल्लू शिकार के लिए निकला होगा।
यह मामला कटघोरा वनमंडल अंतर्गत ग्राम तिवरता की है.बताया जा रहा है कि, तिवरता में रहने वाले गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के नेता के घर की बाड़ी में बार्न उल्लू देखा गया है। प्रतिदिन की तरह शनिवार की सुबह भी परिजन बाड़ी की ओर गए हुए थे. इस दौरान उनकी नजर एक जीव पर पड़ी, जो देखने में अजीब लग रहा था. पहले तो लोगों ने उसे देख तरह-तरह के कयास लगा रहे थे, लेकिन फिर कुछ लोगों ने उसकी पहचान बार्न उल्लू के रूप में की. वह दिन के उजाले में उड़ नहीं पा रहा था. उसकी देखरेख में ग्रामीण पूरे दिन जुटे रहे.बता दें कि, बार्न उल्लू भारत के विभिन्न क्षेत्रों में पाया जाता है. यह अपनी विशिष्ट चेहरे की संरचना और व्यापक विचरण के लिए प्रसिद्ध है. कृषि क्षेत्रों, गांवों और खुले स्थानों को पसंद करते हुए यह बाड़ों या अन्य उपयुक्त संरचनाओं में बसता है, जबकि रात के समय शिकार की तलाश में सक्रिय होता है.बार्न उल्लू का आहार मुख्य रूप से छोटे सांप, चूहे और छोटे पक्षी है, जिससे यह खाद्यान्तर के क्षेत्र में विशेषता से प्रभावी होता है, विशेषकर कृषि क्षेत्रों में.बार्न उल्लू भारत के विभिन्न हिस्सों में फैले हुए हैं, जो गांव से शहरी क्षेत्रों तक विभिन्न पर्यावासीय स्थानों में बसता हैं. उनकी विभिन्न पर्यावार्थ्यता ने उनकी उपस्थिति को मानव गतिविधियों के प्रमुख क्षेत्रों में बढ़ा दिया है।