acn18.com कोरबा/ कोरबा जिले के धान खरीदी केंद्रो में किसानों को जमकर लूटा जा रहा है। सूखत के नाम पर किसानों से अतिरिक्त धान लिया जा रहा है। हर बोरे में दो सौं से तीन सौ ग्राम धान अधिक लिया जा रहा है। हमने पोड़ी-उपरोड़ा विकासखंड के तानाखार धान खरीदी केंद्र का निरिक्षण किया जहां इलेक्ट्रॉनिक तराजू में धान की तौलाई कराई तब दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। मौके पर मौजूद केंद्र के कर्मचारी ने अतिरिक्त धान लेने की बात से साफ इंकार कर दिया वहीं एसडीएम ने मामले की जांच कराने की बात कही है।
खेतों में खून पसीना एक कर बड़ी मेहनत से अनाज उगाने वाले अन्नदाताओं को कोरबा में किस कदर लूटा जा रहा है इसकी बानगी आपको देखनी है,तो धान खरीदी केंद्र चले आईये जहां सूखत के नाम पर किसानों से अतिरिक्त धान लिया जा रहा है,वो भी थोड़ा नहीं बल्की हर बोरे में दो सौं से तीन सौ ग्राम अतिरिक्त धान लिया जा रहा है। हमने पोड़ी-उपरोड़ा विकासखंड के तानाखार धान उपार्जन केंद्र का निरिक्षण किया। जहां किसानों से धान खरीदा जा रहा है। हमने हकीकत जानने के लिए मौके पर मौजूद इलेक्ट्रॉनिक तराजू से धान की तौलाई कराई तो दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। नियमों के तहत किसानों से एक बोरे में 40 किलो सात सौ ग्राम धान लिया जाना है लेकिन इस केंद्र में किसानों से 41 किलो धान लिया जा रहा है। हर बोरे में किसानों से निर्धारित मात्रा से अधिक धान लिया जा रहा है। मौके पर उपार्जन केंद्र के प्रबंधक तो थे नहीं लिहाजा कम्प्यूटर ऑपरेटर से सवाल पूछा तब उन्होंने कहा,कि किसानों से हम धान अधिक ले ही नहीं रहे है।
तानाखार धान उपार्जन केंद्र में जिस तरह से किसानों से लूट-खसोट की जा रही है उसे लेकर हमने पोड़ी-उपरोड़ा एसडीएम से भी बात की। एसडीएम ने कहा,कि शिकायत हमारे पास आई है। तहसीलदार के माध्यम से जांच कराई जा रही है। जांच सही पाए जाने पर कार्रवाई जरुर की जाएगी।
तानाखार धान उपार्जन केंद्र में हमने और भी कई तरह की खामियां पाई। यहां कर्मचारियों की इतनी कमी है,कि चौकीदार से धान की खरीदी करवाई जा रही है,वो भी बिना किसी प्रशिक्षण है। ऐसे में धान खरीदी में कितनी पारदर्शिता आएगी इसका भगवान ही मालिक है।