महासमुंद जिले के उड़ीसा से लगे एक मंदिर से प्राचीन मूर्तियों की चोरी कर इंदौर ले जा रहे तीन अंतरराष्ट्रीय चोरों को महासमुंद जिले के सायबर सेल की टीम और सिंघाड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है ।गिरफ्तार आरोपियों के पास से बरामद मूर्तियां पुरातात्विक विभाग के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार दसवीं और 11वीं शताब्दी की बताई जा रही है इन मूर्तियों के अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों की कीमत बताई जा रही है मामले का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरिपुंजे ने बताया कि अन्तर्राजीय चेक पोस्ट रेहटीखोल ओड़िसा बॉर्डर के पास संदिग्ध वाहनो की चेकिंग कर रही थी तभी बरगढ़ ओडिसा की तरफ से एक सफेद रंग की मारूति स्वीफ्ट कार तेज रफ्तार बरगढ, ओडिशा से छत्तीसगढ़ की ओर आ रही थी।
जो पुलिस पार्टी को वाहन चेकिंग करते देख वाहन को चेक पोस्ट से पहले छोडकर भागने लगे। जिसे पुलिस की टीम द्वारा दौडाकर घेराबंदी कर 3 व्यक्ति को पकडा गया। जिसमें 01 व्यक्ति मौके पर से फरार हो गया। गिरफ्तार अंतरराज्यीय मूर्ति चोर बलराम यादव उम्र 48 वर्ष, सुरेन्द्र पाल उम्र 40 वर्ष तथा सुधीर अहीर उम्र 18 वर्ष सभी निवासी इंदौर, मध्य प्रदेश ने 18.सितंबर को इंदौर से ओडिसा जाने के लिए निकले थे और दिनांक 21.सितंबर को जिला अंगूल ओडिसा के 60-70 किमी. आगे पहुंचे जहां पर एक मंदिर था उक्त मंदिर में स्थापित 2 नग मूर्ति को चोरी कर कार के डिक्की में रखकर वापस इंदौर, मध्य प्रदेश जा रहे। पुलिस टीम के द्वारा आरोपीयों से दोनो मूर्ति को जप्त कर पुरातत्व विभाग, रायपुर को सूचना दिया गया। पुरातत्व विभाग के द्वारा मूर्ति 10वीं-11वीं सदी की प्रतीत होना एवं पद्मपाणी प्रतिमा बौध्द धर्म से संबंधित मूर्ति होना बताया जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत लगभग 2, करोड़ 50, लाख रूपये का होना बताया जा रहा है।