Acn18.com/कोरबा में नगर निगम के महापौर राजकिशोर प्रसाद की कुर्सी खतरे में पड़ती दिख रही है। महापौर पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए भाजपा पार्षदों ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है। भाजपा के प्रमुख नेताओं के साथ पार्टी के सभी तीस पार्षदों ने अपना हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा और जल्द से जल्द वोटिंग कराने की मांग की। इस दौरान भाजपा नेताओं ने महापौर पर कई आरोप भी लगाए।
नगर निगम कोरबा के महापौर राजकिशोर प्रसाद की कुर्सी बचेगी या फिर जाएगी इसका फैसला कुछ दिनों के बाद तय हो जाएगा। महापौर की कार्यशैली से आक्रोशित होकर भाजपा के पार्षदों ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है। गुरुवार को पार्टी के सभी तीस पार्षद अपना हस्ताक्षर किया हुआ ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा और अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरु करने की मांग की। इस दौरान भाजपा के सभी प्रमुख नेता भी मौके पर मौजूद रहे। पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक चावलानी ने कहा,कि कांग्रेस के कुछ पार्षद उनके संपर्क में है और मतदान के दौरान वे उनका साथ जरुर देंगे।
मीडिया से चर्चा के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव सिंह ने कहा,कि महापौर रिमोट से चलने वाले मेयर है जिनका कंट्रोल किसी और के पास है यही वजह है,कि शहर में विकास की रफ्तार काफी धीमी हो गई है। उन्होंने यह भी कहा,कि भाजपा पार्षदों के सभी तीस वार्डों में विकास के मामले में भेदभाव किया जाता है यही वजह है,कि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है।
कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के बाद नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने कहा,कि साकेत की सत्ता में बैठे महापौर के दिन लद चुके है। मजबूर होकर उन्हें महापौर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा है,जो जरुरी कामयब होगा।
कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर भाजपा ने आविश्वास की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरु करने की मांग की है। देखने वाली बात होगी,कि प्रस्ताव को धरातल पर कब लाया जाता है।