Acn18.com/कांकेर जिले में सोमवार को 5 लाख के इनामी नक्सली ने सरेंडर किया है। आत्मसमर्पण करने वाला नक्सली चंदन दर्रो 15 साल से संगठन में सक्रिय था। साथ ही कमांडर रैंक का नक्सली कई बड़ी मुठभेड़ में भी शामिल रहा है। जिसने महासमुंद में नक्सल संगठन को मजबूत करने का भी खुलासा किया है।
कांकेर जिले के आलपरस का रहने वाला चंदन उर्फ सागर 2008 में नक्सल संगठन में शामिल हुआ था। जो रावघाट एरिया कमेटी का सदस्य था। जिसके बाद उसे ओडिशा के बरगढ़ भेजा गया था, जहां चंदन लंबे समय तक सक्रिय रहा और 2012 से 2017 तक कई मुठभेड़ में शामिल रहा है। नक्सली ने ओडिशा बॉर्डर पर संगठन को मजबूत करने की कोशिश को लेकर काम करने की बात कबूली है। इसके अलावा और भी बड़े खुलासे पूछताछ में हो सकते हैं।
चंदन महासमुंद क्षेत्र में सक्रिय नक्सली लीडर पाण्डु उर्फ प्रमोद का सुरक्षा गार्ड भी रह चुका है। चंदन ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि नक्सलियो के गलत इरादों, अत्याचार से तंग आकर वह 2022 में भागकर अपने घर आ गया था जिसके बाद नक्सलियो के डर के कारण वह छिपा रहा। जिसके बाद उसने अंतागढ़ पुलिस से संपर्क कर आत्मसमर्पण किया है।
एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि महासमुंद इलाके में नक्सली संगठन उतने मजबूत नहीं है, कई बार ओडिशा के इलाके में मुठभेड़ भी हुई लेकिन नक्सली कभी पुलिस फोर्स को नुकसान पहुंचाने में कामयाब नहीं हो सके हैं। उन्होंने कहा कि नक्सल संगठन छोड़कर वापस मुख्य धारा में लौटने वाले नक्सलियो का सरकार पूरी मदद कर रही है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली चंदन को प्रोत्साहन राशि के रूप में 25 हजार रुपए का चेक भी दिया किया गया है।