जिले में वायरल कंजक्टिवाइटिस (आई फ्लू) का प्रकोप अभी भी जारी है। सिम्स और जिला अस्पताल में अभी भी हर दिन दो सौ से ज्यादा मरीज आ रहे हैं। आई फ्लू के मरीजों की संख्या को देखते हुए जिला अस्पताल के साथ-साथ सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में दवा का पर्याप्त स्टॉक भेजा गया है। हालांकि बाजार में जेनेरिक दवा की शॉर्टेज की भी खबरें हैं। सीएमएचओ डॉ. राजेश शुक्ला के मुताबिक सरकारी अस्पतालों में निशुल्क आई ड्रॉप उपलब्ध कराई जा रही हैं।
आई फ्लू के हर दिन 180-200 मरीज सिम्स पहुंच रहे हैं, जबकि जिला अस्पताल में 65-70 मरीज पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल के नेत्र सर्जन डॉ. मनोज सिंह के मुताबिक वर्तमान में मिक्सी और सिप्रोफ्लेक्सिन आई ड्राप का स्टॉक अस्पताल में भेजा गया है। दोनों ड्राप अस्पताल में नि:शुल्क उपलब्ध हैं। सिम्स के नेत्र रोग विभाग के एचओडी डॉ. ध्रुमेश तिवारी ने बताया कि ओपीडी में 180 से 210 मरीज आई फ्लू संक्रमित आ रहे हैं। इन्हें मिक्सी और सिप्रोफ्लेक्सिन के अलावा अन्य जेनेरिक और सस्ती दरों पर उपलब्ध होने वाले आई ड्राप लिख रहे हैं। इन सभी दवाओं का फार्मूला लगभग एक है और इसका असर भी एक जैसा ही है।
35 से 255 रुपए तक के आई ड्राॅप
आई फ्लू के बढ़ते ही बाजारों में आई ड्राप की मांग बढ़ गई है। बिलासपुर थोक दवा विक्रेता संघ के संरक्षक मुर्तजा वनक ने बताया कि बाजार में सिप्रोफ्लेक्सिन 35 रुपए में मिल रही है। वहीं किटमोक्स 238 रुपए, मोक्सिसिप 212 रुपए, मोफोआरएक्स आई ड्राप 255 रुपए तक में मिल रहा है। वर्तमान में स्टॉक तो है फिर भी दवा विक्रेताओं ने खरीदी के लिए कंपनियों में ऑर्डर लगा दिए हैं। यदि आई फ्लू के मामले यूं ही बढ़ते रहे तो ब्रांडेड कंपनियों की एंटी वायरल और एंटी बैक्टीरियल आई ड्राॅप की भी शॉर्टेज हो सकती है।