ब्लास्टिंग का पत्थर बच्ची के सिर पर लगा:गंभीर रूप से घायल, रायपुर रेफर; स्कूल से महज आधा किमी की दूरी पर पत्थर खदान संचालित

Acn18.com/धमतरी जिले के कुरूद ब्लॉक में स्थित एक प्राथमिक शाला की बच्ची ब्लास्टिंग में छिटके पत्थर से गंभीर रूप से घायल हो गई है। 8 साल की घायल छात्रा का नाम रागिनी ध्रुव है, जो कोकड़ी गांव की प्राथमिक शाला में कक्षा तीसरी में पढ़ती है। इधर घटना से नाराज गांववालों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। मामला कुरूद थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, कोकड़ी गांव के शासकीय प्राथमिक स्कूल से महज आधा किलोमीटर दूर ग्राम नारी में पत्थर खदान अवैध रूप से संचालित है। यहां आए दिन ब्लास्टिंग की जाती है, जिस पर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। बुधवार को तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा रागिनी ध्रुव दोपहर में लंच ब्रेक के दौरान क्लास रूम से बाहर निकली। वो स्कूल परिसर में खड़ी थी, तभी पत्थर का एक बड़ा टुकड़ा पूरी गति से सीधे उसके सिर पर आकर लगा।

इससे छात्रा के सिर से भारी मात्रा में खून निकलने लगा और वो बेहोश हो गई। स्कूल प्रबंधन ने तुरंत घटना की सूचना उसके परिजनों को दी। गंभीर हालत में स्कूल प्रबंधन और परिजनों ने उसे नयापारा राजिम के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे राजिम से राजधानी रायपुर रेफर किया गया है। बच्ची के पिता भोजराज ध्रुव ने बताया कि बच्ची का इलाज निजी अस्पताल में जारी है, लेकिन अभी भी उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

इधर घटना से आक्रोशित गांववाले कुरूद थाने पहुंचे और खदान संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कराया। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल से महज आधा किलोमीटर की दूरी पर अवैध पत्थर खदान है, जहां आए दिन ब्लास्टिंग होती रहती है। बुधवार को भी यहां बारूद से पत्थर को ब्लास्ट किया गया, जिसका पत्थर छिटककर बच्ची के सिर पर लगा। उन्होंने कहा कि खदान के चलते उनके बच्चों और परिवार वालों पर खतरा मंडरा रहा है। ब्लास्टिंग का पत्थर किसी की भी जान ले सकता है।

इस मामले में सरपंच ने कलेक्टर के नाम आवेदन लिखकर कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने अवैध खदान चला रहे संचालक पर कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। ग्रामीणों ने बताया कि संचालित खदान के आसपास गांव, प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल, बुनकर केंद्र, धान खरीदी केंद्र और खाद गोदाम संचालित हैं। खदान में विस्फोट से लगातार पत्थर के टुकड़े गिर रहे हैं। खदान संचालक को कई बार घटना की जानकारी दी, लेकिन उसने इसे रोकने के कोई उपाय नहीं किए। गांववालों ने खदान में ब्लास्ट तुरंत बंद कराने और खदान संचालक पर कार्रवाई की मांग की है।

इस घटना ने प्रशासन की लापरवाही की भी पोल खोलकर रख दी है। स्कूल से महज 500 मीटर की दूरी पर इस पत्थर खदान को चलाने की मंजूरी आखिर कैसे मिली और उस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। कोकड़ी गांव के प्राइमरी स्कूल में करीब 250 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं, ऐसे में उन पर मंडरा रहे खतरे का जिम्मेदार कौन है।