Acn18.com/बिलासपुर में भू-माफिया अब सरकारी जमीन के साथ ही शमशान घाट की जमीन को भी नहीं छोड़ रहे हैं, जिसके विरोध में लोगों ने अनोखा प्रदर्शन किया। नाराज लोगों की भीड़ शवयात्रा के साथ राम नाम सत्य है के नारे लगाते हुए मुख्य मार्गों से होते हुए सीधे कलेक्ट्रेट पहुंच गए। इस दौरान नाराज लोगों ने अंतिम संस्कार के लिए रास्ता नहीं मिलने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
दरअसल, सोमवार को बड़ी संख्या में लोग शवयात्रा लेकर मुख्य मार्गों पर निकले, तो लोगों को लगा कि किसी की अंत्येष्टि पर शव को मुक्तिधाम ले जाया जा रहा है। लेकिन, जब शवयात्रा मुक्तिधाम की तरफ जाने के बजाए उल्टा रास्ते पर जाने लगी तो लोग हैरान रह गए। फिर उन्हें लगा कि शव को लेकर विरोध-प्रदर्शन करने जा रहे हैं।
पुलिस और प्रशासन में मचा हड़कंप
जब शवयात्रा नेहरू चौक पहुंची और लोग राम नाम सत्य है के साथ प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे, तब अफसरों को लगा कि कलेक्ट्रेट में शव रखकर लोग प्रदर्शन करने जा रहे हैं। इस घटना की जानकारी अफसरों ने तत्काल पुलिस अफसरों को दी। खबर मिलते ही पुलिस की टीम आनन-फानन में कलेक्ट्रेट पहुंच गई। इधर, लोगों की भीड़ भी नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंच गई।
मांगे सुनकर हैरान रह गए अफसर
इस दौरान अफसरों ने लोगों से शव लेकर कलेक्ट्रेट आने का कारण पूछा, तब उन्होंने बताया कि वो लोग शव लेकर नहीं आए हैं। प्रशासन और भू माफियाओं के खिलाफ विरोध स्वरूप उन्होंने शव यात्रा निकाली है। उनका कहना था कि मोपका में सरकारी जमीन पर कब्जे का खेल पूरे प्रशासन को पता है, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसका नतीजा यह हो रहा है कि भू माफियाओं ने शमशान घाट को चारों तरफ से घेर लिया है और लोगों के लिए शव लेकर जाने का रास्ता तक नहीं है। उन्होंने मुक्तिधाम के लिए रास्ता देने की मांग की। साथ ही रास्ता नहीं मिलने पर आने वाले समय में अंत्येष्टि के लिए जगह नहीं मिलने पर शव लेकर कलेक्ट्रेट आने की चेतावनी भी दी। इस दौरान अफसरों ने उनकी मांगों पर पहल करने का भरोसा दिलाया है।