Acn18.com/खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई। निज्जर आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) का चीफ था। वह कनाडा में रहकर लंबे समय से पंजाब में खालिस्तानी मूवमेंट को हवा दे रहा था।
शुरूआती जानकारी के मुताबिक निज्जर को कनाडा के गुरुनानक सिख गुरुद्वारा सरी के पास 2 अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारी। निज्जर इस गुरुद्वारे का प्रधान भी था। बीती रात आतंकी निज्जर गुरुद्वारे से बाहर पार्किंग में अपनी कार में थे। इसी दौरान दो युवक मोटरसाइकिल पर आए और फायरिंग शुरू कर दी। निज्जर को कार से बाहर निकलने तक का समय नहीं मिला और वहीं उसकी मौत हो गई।
वह आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के मुखी गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी भी था। NIA ने हाल ही में 40 आतंकियों की लिस्ट जारी की थी, उसमें भी निज्जर का नाम था।
कनाडा बैठा निज्जर चला रहा था KTF , डल्ला उसी का सहयोगी
खालिस्तान टाइगर फोर्स का चीफ हरदीप सिंह निज्जर कनाडा में बैठकर संगठन को ऑपरेट कर रहा था। सितंबर 2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हरदीप निज्जर को आतंकवादी घोषित कर दिया था। इसके बाद निज्जर की जालंधर के भार सिंह पुरा गांव में संपत्तियां भी कुर्क की थी। इसी गांव में निज्जर ने पुजारी का कत्ल कराया था।
इसके जरिए वह पंजाब में धार्मिक उन्माद फैलाने की फिराक में था। NIA ने निज्जर पर 10 लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया था। पंजाब में पुलिस के मोहाली स्थित इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर और कई पुलिस थानों पर ग्रेनेड अटैक करवाने वाला अर्शदीप डल्ला भी उसी का सहयोगी है।
कुछ दिन पहले NIA ने पंजाब-हरियाणा में की थी रेड
निज्जर के संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स के मददगारों पर कुछ दिन पहले NIA ने पंजाब-हरियाणा में 10 जगहों पर रेड की थी। KTF के लिए फंड जुटाने के अलावा बॉर्डर पार से हथियार, गोला-बारूद और एक्सप्लोसिव की तस्करी की साजिश में शामिल होने के शक में ये रेड की गई थी।
NIA को इनपुट मिला था कि KTF पंजाब और हरियाणा में बड़ी वारदातों की तैयारी कर रहा है। जिसमें धमाकों से लेकर टारगेट किलिंग तक शामिल है। उनके प्लान को डीकोड करने पर NIA को पता चला था कि कई लोकल लोग उनके लिए फंडिंग कर रहे हैं। कई फंडिंग का जरिया बने हुए हैं। वहीं कई लोग बॉर्डर पार और खासकर पाकिस्तान से हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी में मदद कर रहे हैं।
निज्जर के संगठन को 4 महीने पहले आतंकी करार दिया था
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 4 महीने पहले निज्जर के संगठन KTF को आतंकी संगठन करार दिया था। गृह मंत्रालय ने कहा था- ”खालिस्तान टाइगर फोर्स कट्टरपंथी संगठन है। जिसका मकसद पंजाब में फिर आतंकवाद फैलाना है। पंजाब में टारगेट किलिंग के पीछे भी इस संगठन का हाथ है। गृह मंत्रालय का कहना है कि ये संगठन भारत की क्षेत्रीय अखंडता, एकता, राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को चुनौती देता है”।
बीते एक साल में मारे गए खालिस्तानी समर्थक
- 28 जनवरी 2020 को खालिस्तान लिब्रेशन फ़ोर्स (KLF)के चीफ आंतकी हरमीत सिंह उर्फ हैप्पी की भी गोलियां मार हत्या कर दी गई थी।
- 20 दिसंबर 2022 को आतंकी हरविंदर रिंदा की पाकिस्तान में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उसकी मौत की वजह ड्रग्स ओवरडोज बताया गया।
- 6 मई को पाकिस्तानी में खालिस्तान समर्थक परमजीत पम्मा की गोली मार हत्या कर दी गई।
- 15 जून को खालिस्तानी आतंकी अवतार सिंह खांडा की यूके में लंदन के अस्पताल में मौत हो गई थी। उसे पहली स्टेज का ब्लड कैंसर था। इस दौरान यह भी बातें उठी थी कि उसे जहर दिया गया।