Acn18.com/रायपुर में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी के दो मामलों में पुलिस ने बदमाशों को पकड़ा है। एक केस में तो प्रोफेशनल अंदाज में प्लेसमेंट एजेंसी मैनेज कर रही एक युवती को पकड़ा गया है। श्वेता देवांगन नाम की ये युवती बेरोजगारों से कहा करती थी कि 6 लाख दो और आपकी नौकरी लगवा देंगे। ये झांसा देकर इसने दर्जन भर युवक-युवतियों से रुपए ऐंठ लिए थे। दूससे केस में कुछ युवक खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के विभाग में सेटिंग करवाने का दावा कर रहे थे। इन्होंने भी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की वसूली कर रखी थी।
पहला मामला जिसमें युवती लोगों को झांसे में ले रही थी। इसे पुलिस ने साधेलाल बंजारे नाम के व्यक्ति की शिकायत पर पकड़ा है। बंजारे वन विभाग में वन परिक्षेत्राधिकारी के पद पर है। अफसर ने अपनी शिकायत में कहा है कि पूरे प्रदेश में वन विभाग सीधी भर्ती के तहत वन रक्षकों की भर्ती प्रकिया कर रहा है। युवक युवतियों के फिजिकल टेस्ट चल रहे हैं। उन्हें जानकारी मिली कि मंगलम सर्विसेस नाम की एजेंसी जो कि शुभम कॉर्पोरेट तेलीबांधा में है यहां विभाग की भर्ती के नाम पर रुपए वसूले जा रहे हैं।
इस एजेंसी में काम करने वाली लड़की श्वेता देवांगन कुछ अभ्यर्थियों से वन विभाग में भर्ती कराने का दावा करते हुए 1.5 लाख रुपए एडवांस मांग रही थी। सिलेक्शन में लिस्ट में नाम आन के बाद 5 लाख का रेट बता रही थी। लड़की ने कहा था कि मुझे 17 लोगो का टारगेट मिला है जिसमें से 13 लोगों से बातचीत कर सेटलमेंट हो चुका है। शिकायत के बाद तेलीबांधा थाने में लड़की के खिलाफ धारा 420 के तहत केस दर्ज किया गया। शुक्रवार को इस लड़की को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।
फिर बोली मैं किसी को नहीं जानती
पुलिसिया पूछताछ में श्वेता देवांगन ने बताया कि वह बेरोजगारों को प्रायवेट नौकरी दिलवाती है। उसका वन विभाग के किसी भी अधिकारी या अन्य किसी भी उच्चाधिकारी से कोई सम्पर्क नहीं है, उसने वन विभाग में वन रक्षक के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर 3 लोगों से कुल साढ़े 4 लाख रुपए लिए थे। यदि आवेदकों का नौकरी लग जाती तो वह रुपयों को स्वयं रख लेती न लगने पर रुपए वापस कर देती। इसी तरह उसने कई विभागों में चल रही भर्ती को लेकर युवकों को झांसे में ले रखा था। पुलिस को इसके पास से लैपटॉप, कम्प्यूटर, वनरक्षक भर्ती संबंधित आवेदन,मोबाईल फोन, रजिस्टर मिले लड़की के साथ शामिल अन्य लोगों के बारे में भी पुलिस जानकारी पुलिस जुटा रही है।
अमरजीत भगत के बंगले के कर्मचारी ने की ठगी
दूसरे मामले में पुलिस ने नौकरी लगाने का झांसा देकर लाखों रूपये ठगी करने वाले 2 फरार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। ये केस मण्डी निरीक्षक के पद पर नौकरी लगाने से जुड़ा है। बदमाश मंत्री अमरजीत भगत के साथ काम करने अपनी पहचान बड़े अधिकारियों से होना बताकर ठगी कर रहे थे। इस मामले में इन्होंने 8 लाख 15 हजार रुपए ठगे थे। मामले में पहले अशोक सोनी और राजकुमार पटेल पहले गिरफ्तार हो चुके हैं। अब आरोपी अंशुल कुमार सोनी और इसके साथी हलधर वर्मा को पकड़ा गया है।
सुधीर कौमार्य नाम के युवक ने रायपुर के कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। आरोपी अंशुल कुमार सोनी से इसकी मुलाकात हुई। इसने कहा मैं वर्तमान में खाद्य मंत्री के यहां है काम करता हूं, मेरा भाई अशोक सोनी मंत्रालय में है, वहीं से ही आप लोगों का चयन सूची बनता है। हम सिलेक्शन करवा देंगे। इन्होंने 17 लाख की डिमांड की। जैसे तैसे बेरोजगार ने 8 लाख 15 हजार का जुगाड़ा करके ठगों को दिए। कई महीनों तक नौकरी नहीं लगी और रुपए भी वापस नहीं किए तो मामला थाने पहुंचा था। मामले में अरेस्ट अंशुल बिलाईगढ़ और हलधर बलौदाबाजार जिले का रहने वाला है।