acn18.com नई दिल्ली / पिछले सात कारोबारी सेशन में अदाणी समूह का मार्केट कैप नौ लाख करोड़ कम हो गया है। 24 जनवरी 2023 को अदाणी समूह का कुल मार्केट कैप 19.2 लाख करोड़ था तो 3 फरवरी के कारोबारी सेशन के बाद महज 10 लाख करोड़ रह गया।
दलाल स्ट्रीट में अदाणी समूह की 10 कंपनियां लिस्टेड हैं ये कंपनियां हैं अदाणी पावर, अदाणी टोटल गैस, अदाणी विल्मार, अदाणी ग्रीन, अदाणी ट्रांसमिशन, अदाणी पोर्ट्स, अदाणी एंटरप्राइजेज, अंबुजा सीमेंट्स, एसीसी और एनडीटीवी। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद से इन कंपनियों के शेयर अब तक लगभग 50 प्रतिशत तक लुढ़क चुके हैं।
पिछले सात कारोबारी सेशन में अदाणी टोटल गैस के शेयर सबसे ज्यादा पिटे हैं। कंपनी के शेयर 3885.45 रुपये से 51% लुढ़ककर 1901.65 रुपये पर पहुंच गए हैं। अदाणी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 40% की गिरावट दर्ज की गई है। समूह की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 38% तक टूटे हैं। अदाणी ट्रांसमिशन 37% तक फिसले हैं। अदाणी पोर्ट्स ओर सेज के शेयरों में 35% की गिरावट दर्ज की गई है। अंबुजा सीमेंट्स के शेयरों में 33% की गिरावट दर्ज की गई है। अदाणी विल्मार के शेयर 23% तक लुढ़के हैं। अदाणी पावर, एसीसी और एनडीटीवी के शेयर क्रमशः 22.5%, 21% और 17% तक टूट गए हैं।
शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में फिसलने के बाद संभले अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार (3 फरवरी) को भी शुरुआती कारोबार में अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में 35% की गिरावट दर्ज की गई। कंपनी के शेयरों में यह कमजोरी एसएंडपी डाउ जोंस के यह कहने के बाद आया कि उसके स्थिरता सूचकांक से अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 7 फरवरी से हटा दिए जाएंगे। हालांकि बीएसई पर कंपनी के शेयर आखिरकार एक प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद होने में सफल रहे।
एसएंडपी डाउ जोंस ने गुरुवार को जानकारी दी कि मीडिया में अदाणी समूह के संबंध में चल रही खबरों के बाद उसके शेयरों में जारी उतार-चढ़ाव को देखते हुए इंडेक्स ने समूह के शेयरों को अपने स्थिरता सूचकांक से हटाने का फैसला किया है। यह फैसला सात फरवरी से लोगे होगा।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह के शेयरों पर लगातार दिख रहा दबाव
दूसरी ओर, अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में कही गई बातों का खंडन करते हुए कहा गया है कि यह रिपोर्ट उचित तरीके से नहीं किया गया है और कंपनी की घोषणाओं को ही कॉपी-पेस्ट कर रिपोर्ट तैयार कर दी गई है। अपने 400 पन्नों के जवाब में गौतम अदाणी के नेतृत्व वाले समूह ने हिंडनबर्ग के सभी आरोपों को भ्रामक बताया है।