योगी बोले- ज्ञानवापी को मस्जिद कहेंगे तो विवाद होगा:पूछा-त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा? मुस्लिम समाज आगे आए और कहे- ये ऐतिहासिक गलती

ज्ञानवापी पर हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई के बीच CM योगी आदित्यनाथ ने एक विस्फोटक बयान दिया है। उनके इस बयान ने न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश की सियासत में भूकंप ला दिया है।

योगी ने ज्ञानवापी को मस्जिद कहने पर आपत्ति जताते हुए दो टूक पूछा, “त्रिशूल मस्जिद में क्या कर रहा है?” ANI को दिए इंटरव्यू में योगी ने ये भी कह डाला कि मुस्लिम समाज को ऐतिहासिक गलती दुरुस्त करनी चाहिए।

“ज्ञानवापी के अंदर देव प्रतिमाएं, त्रिशूल हैं”
ANI इंटरव्यू में सीएम योगी ने कहा,”अगर ज्ञानवापी को हम मस्जिद कहेंगे तो विवाद होगा। भगवान ने जिसको दृष्टि दी है। वो देखे न। त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है। हमने तो नहीं रखे हैं न। ज्योर्तिलिंग हैं… देव प्रतिमाएं हैं। पूरी दीवारें चिल्ला-चिल्लाकर क्या कह रही हैं।”

उन्होंने आगे कहा,”मुझे लगता है कि ये प्रस्ताव मुस्लिम समाज की तरफ से आना चाहिए कि साहब… ऐतिहासिक गलती हुई है। उस गलती के लिए हम चाहते हैं कि समाधान हो।”

ज्ञानवापी मामले में वाराणसी जिला जज की कोर्ट में सुनवाई चल रही है। ASI डायरेक्टर को 4 अगस्त को कोर्ट में पेश होने को कहा है। उन्हें कोर्ट को बताना होगा कि वो ये सर्वे कैसे करेंगे।
ज्ञानवापी मामले में वाराणसी जिला जज की कोर्ट में सुनवाई चल रही है। ASI डायरेक्टर को 4 अगस्त को कोर्ट में पेश होने को कहा है। उन्हें कोर्ट को बताना होगा कि वो ये सर्वे कैसे करेंगे।

अहम बात यह है कि अभी तक इस मुद्दे पर BJP और संघ परिवार भी खुलकर कुछ नहीं कहता रहा है। BJP हर सवाल का जवाब कोर्ट पर टालती रही है। कहती रही कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है। ऐसे में योगी ने एक तरह से BJP और संघ से आगे जाकर अपनी फायरब्रांड हिंदुत्व छवि के अनुरूप एक बड़ी लाइन खींच दी है।

योगी के बयान के बाद विपक्ष ने तत्काल पलटवार कर इसे समाज में विभाजन फैलाने की साजिश बताया है। वहीं, हिंदुत्ववादी समर्थक इस मामले में और मुखर हो गए हैं। जाहिर है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले जहां राममंदिर बनकर तैयार हो रहा है। वहीं ज्ञानवापी पर योगी की तरफ से हिंदुओं का दावा ठोक दिया गया है। इसके राजनीतिक निहितार्थ निश्चित ही होंगे।

हाईकोर्ट ने 3 अगस्त तक सर्वे पर लगाई है रोक
ज्ञानवापी के ASI सर्वे पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी है। कोर्ट 3 अगस्त को इस मामले में फैसला सुनाएगी। उसके बाद स्पष्ट होगा कि सर्वे होगा या नहीं? दरअसल, वाराणसी की जिला कोर्ट ने ज्ञानवापी में वजूस्थल को छोड़कर पूरे परिसर का ASI से सर्वे कराने का आदेश दिया था। 24 जुलाई को ASI की टीम ने ज्ञानवापी का सर्वे शुरू कर दिया था। हालांकि, इस फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया था। कोर्ट ने तत्काल सर्वे पर रोक लगाते हुए मुस्लिम पक्ष ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने की कहा था।

ANI को दिए इंटरव्यू में योगी ने पश्चिम बंगाल चुनाव और इंडिया गठबंधन पर भी बयान दिया।
ANI को दिए इंटरव्यू में योगी ने पश्चिम बंगाल चुनाव और इंडिया गठबंधन पर भी बयान दिया।

“I.N.D.I.A नहीं बोलना चाहिए, ये डॉट कॉम ग्रुप”
विपक्षी दलों के I.N.D.I.A गठबंधन पर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “इसे इंडिया नहीं बोलना चाहिए। यह तो डॉट कॉम ग्रुप है। चोला बदलने से उनके पिछले कर्मों से मुक्ति नहीं मिल जाएगी।”

वहीं, वेस्ट बंगाल में चुनावी हिंसा पर उन्होंने कहा, “मैं पिछले सवा 6 वर्ष से मुख्यमंत्री हूं। 2017 से उत्तर प्रदेश में कोई दंगा तो नहीं हुआ। बड़ी-बड़ी बातें करने वाले लोग देखे तो कैसे चुनाव होने हैं। पंचायत चुनाव, नगर निकाय चुनाव, विधानसभा चुनाव हुए, वेस्ट बंगाल में भी चुनाव हुए। वहां क्या हाल हुए। देखा तो है ही न। क्या वेस्ट बंगाल बनाना चाहते हैं देश को।”

उन्होंने आगे कहा, “कुछ लोग सत्ता में आकर जबरन पूरी व्यवस्था को कैद कर देना चाहते हैं। जो हमे वेस्ट बंगाल में देखने को मिला। कैसे वहां विरोधी दलों के लोगों को मारा गया। ये चीजें आंखों को खोलने वाली हैं। उस पर कोई बोलता नहीं। 1990 में जो कुछ कश्मीर में हुआ, उसपर सब मौन है। आखिर ये दोहरा दृष्टिकोण क्यों।”