Acn18.comकोरबा/ कोरबा जिले के आदिवासी बाहुल्य गांव वेदर कोना की महिलाओं ने अपने गांव को शराब मुक्त करने का संकल्प ले लिया है। उनके संकल्प का ही परिणाम है कि गांव में अब शराब पीने और बनाने वालों को आर्थिक व सामाजिक सजा दिए जाने पर सहमति बन गई है
जंगल से घिरे गांव बेंदर कोना के कंवर मोहल्ले में महिलाओं को महुआ शराब के विरुद्ध अभियान चलाते देखा गया। महिलाओं ने शराब बनाने के लिए महुआ पास को खोज कर नष्ट कर दिया। यही नहीं यहां महुआ शराब भी मिली जिसे फेंक कर मिट्टी में मिला दिया गया।
महिलाओं ने संकल्प लिया है कि वह अपने गांव में ना तो किसी को शराब पीने देगी और ना ही उसे बनाने की किसी को छूट दी जाएगी
गौरतलब है की छत्तीसगढ़ में आदिवासियों को सीमित मात्रा में शराब बनाने और उसको पीने की अनुमति सरकार द्वारा दी गई है। इसी की आड़ में कई लोग निर्धारित मात्रा से अधिक शराब बनाकर उसे बेचा भी करते हैं। जिसके कारण क्षेत्र का माहौल दूषित होता है। बहरहाल वेदर कोना की महिलाओं द्वारा किया जा रहा यह प्रयास स्तुत्य है। यदि प्रशासन का उन्हें सहयोग मिलता है तो यहां की महिलाएं अपने गांव को शराब मुक्त कर नई मिसाल पेश करेंगी