Acn18.com/रीवा जिले में शहीद की पत्नी व बेटी ने राष्ट्रपति के नाम पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग की है। बताया गया कि 17 साल पहले छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में रीवा का जवान शहीद हो गया था। तब से लेकर आज तक शहीद के परिवार की ओर से प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री से लेकर मुख्य सचिव, सांसद, विधायक कमिश्नर और कलेक्टर से 200 बार शिकायत हो चुकी है।
फिर भी न्याय नहीं मिला है। यहां तक की शहीद के परिजनों ने जबलपुर हाईकोर्ट के आदेश का हवाला तक दिया है। पर नतीजा कुछ नहीं निकला। सम्मान राशि और अनुकंपा नियुक्ति न मिलने के कारण शहीद का इकलौता बेटा दो वर्ष पूर्व सुसाइड कर चुका है। 21 अगस्त को संभागायुक्त को एक बार फिर शहीद के परिजनों ने ज्ञापन देकर इच्छामृत्यु की अनुमति देने की आवाज उठाई है।
शहीद की पत्नी सरोज शुक्ला का कहना है कि हम रीवा जिले के सिरमौर तहसील अंतर्गत क्योटी गांव के रहने वाले है। 9 फरवरी 2006 को हमारे पति उमेश शुक्ला छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में शहीद हो गए। उनका सैनिक क्रमांक 942298769 है। वह बीआईओपी डिपो-14 हिरौल मैगजीन में सेवारथ थे। पति के वीरगति प्राप्त करने के बाद परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा है।
बेटे ने फांसी लगाकर दी जान
16 अप्रैल 2021 को बेटा अभिषेक शुक्ला गांव में फांसी लगाकर जान दे दी है। वह कई बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटते-काटते थक गया था। अब बेटी ज्योति शुक्ला का शादी करना है। वहीं शहीद के 90 वर्षीय माता व पिता एक-एक रोटो को मोहताज है। जबकि शहीद हाेने के बाद केन्द्र सरकार ने शहीद स्मारक, गांव में गेट, सड़क और चौराहे का नाम करने करने की बात कहीं थी। पर कुछ नहीं हुआ।