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कोयला ट्रांसपोर्ट के लिए अलग रोड क्यों नही,अधिकारियों पर भड़के विधायक पुरुषोत्तम

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acn18.com कोरबा। कोरबा जिले के आदिवासी नेता और कटघोरा क्षेत्र से विधायक पुरुषोत्तम कंवर को सामान्य तौर पर शांत स्वभाव का माना जाता है। अनेक मौकों पर वे बेहद व्यावहारिक तरीके से पेश आते हैं लेकिन कोलफील्ड्स से संबंधित मसले को लेकर विधायक ने एसईसीएल के अधिकारियों की जमकर खबर ली। मामला प्रदूषण से जुड़ा हुआ था। विधायक के इस अंदाज ने अधिकारियों को चौकाया जबकि उनके कार्यकर्ता खुश हुए।

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एसईसीएल के अधिकारियों के साथ विधायक पुरुषोत्तम और अन्य लोगों की बैठक हुई। यहां पर समस्याओं का समाधान करने को लेकर चर्चा हो रही थी। अधिकारी पहले की तरह यही सोच कर आए थे कि बेहद सामान्य तरीके से इसे सुलझा लिया जाएगा और जो लोग यहां पर आए हैं वह यूं ही लौट जाएंगे। लेकिन इस बार एसईसीएल प्रबंधन का दांव उल्टा पड़ गया। विधायक ने बारी-बारी से समस्याओं को लेकर बात रखी और इनके समाधान के लिए अब तक किए गए प्रयासों की जानकारी ली। विधायक ने कहा कि आप लोग केवल कोयला उत्पादन करें और यहां की जनता धूल मिट्टी खाती रहे यह आखिर कब तक चलेगा और क्यों? उन्होंने पूछा कि कोयला ट्रांसपोर्ट करने वाले वाहनों और सामान्य वाहनों के लिए अलग-अलग रोड बनाई जानी चाहिए। गेवरा क्षेत्र में इस दिशा में अब तक काम क्यों नहीं किया?

विधायक ने जानना चाहा कि केवल आपके द्वारा कोयला उत्पादन का रिकॉर्ड स्थापित करने मात्र से जनता को आखिर लेना-देना क्या है। अपना काम काज करने के साथ-साथ अधिकारियों को जनता की सुध लेने की भी आवश्यकता है। कोयला ट्रांसपोर्टिंग के कारण हो रही समस्या और जनता के दुख दर्द का समाधान करना प्रबंधन का काम है इसलिए जल्द से जल्द अलग रोड बनाने की व्यवस्था की जाए। विधायक ने बेहद कड़े लहजे में कहा कि आप चाहे प्रस्ताव भेजें और उसे किसी भी तरीके से स्वीकृत कराएं और नए निर्माण पर कदम बढ़ाए यह केवल आपकी जिम्मेदारी है। काम को कैसे और कब तक करना है इस बारे में केवल आपको ही सोचना है। विधायक के इस तेवर के आगे अधिकारी काफी सहमे हुए नजर आए और उन्होंने संबंधित पॉइंट को नोट्स करने में अपनी रूचि दिखाएं। इस बातचीत के दौरान जो लोग यहां उपस्थित रहे उन्होंने ताली बजाकर स्वागत किया। कांग्रेस विधायक पुरुषोत्तम कंवर ने अपने कार्यकाल के दौरान संभवत पहली बार अपनी इस भूमिका से अधिकारियों को परिचित कराया और संदेश देने का काम किया है कि जनहित से जुड़े काम को लेकर हर हाल में गंभीरता दिखानी होगी अन्यथा बड़े प्रदर्शन झेलने के लिए तैयार भी रहना पड़ेगा

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