ACN18.COM कोरबा/हर साल की तरह इस साल भी शीतला माता का भव्य पूजा महोत्सव तमिल समाज द्वारा धूमधाम से मनाया गया। मोतीसागर पारा स्थित मां के मंदिर से समाज के द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाली गई। गाजे-बाजे के साथ मन्नत पूरी होने पर समाज के कई लोगों ने अपने शरीर पर लोहे के राॅड व कांटे घुसा रखे थे जिसे देखकर मौके पर मौजूद लोगों ने अपने दांतो तले उंगली दबा ली।
शहर के मोतीसागर पारा में आयोजित मां शीतला का भव्य पूजन महोत्सव का समापन शोभायात्रा के साथ हो गया। तीन दिवसीय इस महोत्सव में तमिल समाज के लोगों ने मां शीतला के प्रति अपनी आस्था प्रकट की। पिछले 15 सालों से समाज द्वारा यह पूजन किया जाता है। मां शीतला के प्रति इस समाज की आस्था कितनी गहरी है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता हैं,कि लोग लोहे के राॅड व अन्य कंटीले वस्तु अपने गाल,पीठ व शरीर के अन्य अंगो में धंसाते है लेकिन इन्हें दर्द नहीं होता। पूजन महोत्सव के दौरान एक बालक ने अपने पीठ पर लोहे के हुंक को फंसाकर मां शीतला के मंदिर को खींचकर दिखा दिया,कि पीड़ा पर आस्था भारी है। समाज के पदाधिकारियों ने बताया,कि यहां मंदिर की स्थापना 20 साल पहले हुई थी तब से मां शीतला की पूजा पाठ उनके द्वारा की जा रही है।
गाजे बाजे के साथ शहर में मां शीतला की शोभायात्रा निकाली गई जिसमें तमिल समाज के सैकड़ों लोग शामिल हुए। शहर के जनप्रतिनिधी भी इस मौके पर मौजूद रहे।