acn18.com कोरबा / कोरबा में 108 संजीवनी एक्सप्रेस की हालत बद से बदतर हो गई है। मरम्मत के अभाव में एंबुलेंस को चालू करना किसी जंगल लड़ने से कम नहीं है। संजवनी एक्सप्रेस के कर्मचारी अक्सर धक्का देकर वाहन को चालू करते है। आपात स्थिती में अगर ऐसी नौबत आ गई तो स्थिती कितनी गंभीर होगा इसका अंदाजा लगाना ज्यादा कठिन नहीं है।
कोरबा में 108 संजीवनी एक्प्रेस की दशा कितनी खराब हो गई है इसका अंदाजा इन तस्वीरों को देखकर आसानी से लगाया जा सकता है। मरम्मत के अभाव में वाहन अब कंडम होने की स्थिती में पहुंच गई है। एंबुलेंस की दशा कितनी खराब हो गई है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है,कि धक्का लगाकर इन्हें चालू करना पड़ता है। शासकीय मेडिकल काॅलेज परिसर में अक्सर इस तरह की तस्वीरें देखने को मिलती है। सवाल यह है,कि आपातकालीन मामलों में इस सेवा को लगाया गया है गंभीर मामलों में अगर एंबुलेंस खराब हो गई तो मरीज के सामने विकट समस्या खड़ी हो जाएगी। 108 की बदहाली की दास्तां कई बार सामने आ चुकी है बावजूद इसके एंबुलेंस की बदहाली को दूर करने की दिशा में किसी तरह का प्रयास नहीं किया जा रहा है।