acn18.com रायपुर/कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने के लिए वोटिंग खत्म हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम समेत कई बड़े नेताओं ने मतदान किया। छत्तीसगढ़ के 307 डेलीगेट्स के लिए प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में बूथ बनाया गया था। जिसमें कुल 300 वोट पड़े। चुनाव अधिकारी सहित कुछ AICC डेलीगेट ने भी यहां वोट डाले। भारत जोड़ो यात्रा में शामिल लोगों के वोट कर्नाटक के वेल्लारी में डाले गए।अब मतपेटी दिल्ली ले जाई जाएगी। इस चुनाव में प्रतिनिधि वोटरों को मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर में से किसी एक को चुनना है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करीब 11.10 बजे राजीव भवन पहुंचे। उसी दौरान मंत्री रविंद्र चौबे, कवासी लखमा, रुद्र कुमार गुरु, डॉ. शिव कुमार डहरिया, विधायक सत्यनारायण शर्मा, अंबिका सिंहदेव, ममता चंद्राकर आदि मंत्री विधायक भी प्रदेश पदाधिकारी भी मतदान के लिए पहुंचे। मतदान के बाद मुख्यमंत्री और उनके मंत्री कैबिनेट बैठक के लिए रवाना हो गए हैं। मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा, यह मतदान कांग्रेस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र के मजबूती का प्रमाण है।
अध्यक्ष पद के दोनों प्रत्याशियों में से कोई भी वोट मांगने रायपुर नहीं पहुंचा है। हालांकि फोन पर ही नेताओं से बातचीत हुई है। यहां संगठन का झुकाव मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर दिख रहा है। खड़गे की ओर से प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण सिंघानिया, महामंत्री अर्जुन तिवारी, अरुण सिसौदिया और सुमित्रा घृतलहरे को पोलिंग एजेंट बनाया गया है।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में प्रत्याशी शशि थरूर के पोलिंग एजेंट विनय कुमार पावले, हरि प्रसाद कुशवाहा को बनाया गया है। दोनों सरगुजा क्षेत्र के रहने वाले हैं. थरूर का एजेंट नहीं था। इसलिए व्यवस्था बनाई गई है।
प्रदेश के निर्वाचन अधिकारी बनाये गये उमर हुसैन दलवई मतपेटी और मतपत्रों को लेकर रविवार शाम को ही रायपुर पहुंच गए थे। मतदान सामग्री को राजीव भवन के एक कमरे में सील कर रखवाया गया। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बताया, मतदान केंद्र राजीव भवन के मीटिंग हाल में बनाया गया है। प्रदेश के सभी 307 डेलीगेट्स में कुछ लोग मतदान कर चुके हैं, बाकि के मतदान करने पहुंच रहे हैं। मतदान के दौरान प्रत्याशियों के अधिकृत प्रतिनिधि के अलावा किसी को बूथ के भीतर जाने की इजाजत नहीं होगी।
प्रदेश अध्यक्ष बोले, सभी वोटरों में उत्साह
प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम मतदान शुरू होने से पहले राजीव भवन पहुंच गए। प्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा, 24 साल बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस के डेलीगेट्स में जबरदस्त उत्साह है। गुप्त मतदान होना है, जिसको जो प्रत्याशी पसंद होगा उसे वोट देगा। जो चुना जाएगा वह सबका अध्यक्ष होगा।
एजेंटों के सामने सील हुई मतपेटी
मतदान की प्रक्रिया शुरू करने से पहले निर्वाचन अधिकारी उमर हुसैन दलवई ने एजेंटों को मतदान की प्रक्रिया समझाई। उनके सामने ही मतपत्रों की गिनती हुई। मतपेटी को खोलकर देखा गया। उनकी मौजूदगी में उसे बंद कर सील किया गया। उसके बाद सभी के हस्ताक्षर भी लिये गये।
मतदाता पहचान पत्र जारी हुए हैं
कांग्रेस के चुनाव प्राधिकरण ने सभी मतदाताओं की पहचान के लिए फोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र जारी किया है। यह करीब 10-15 दिन पहले ही सभी को पहुंचा दिया गया। मतदाताओं को क्रास वेरिफिकेशन के लिए पोलिंग एजेंट के सामने मतदान अधिकारी को यह पहचानपत्र दिखाना होगा। मतदान अधिकारी प्रत्येक मतपत्र पर हस्ताक्षर कर मतदाता को देंगे। मतदाता को भी मतपत्र की काउंटरफाइल पर हस्ताक्षर करना होगा।
वोट देने के लिए सही ✔️ का निशान लगाना है
बताया गया कि दोनों उम्मीदवारों में से किसी एक को वोट दिया जा सकता है। उसके लिए उम्मीदवार के नाम के आगे के बॉक्स में सही ✔️ का निशान लगाना होगा। उसके बाद मतपत्र को तीन बार मोड़कर मतपेटी में डालना होगा। इतना करने से मतदान की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
आखिरी बार 1998 में हुआ था चुनाव
कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए आखिरी बार साल 1998 में वोटिंग हुई थी। तब सोनिया गांधी के सामने जितेंद्र प्रसाद थे। सोनिया गांधी को करीब 7,448 वोट मिले, लेकिन जितेंद्र प्रसाद 94 वोटों पर ही सिमट गए। सो