मणिपुर में एक बार फिर हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं। शुक्रवार सुबह करीब 5.30 बजे उखरुल के लिटन के पास थोवई कुकी गांव में गोलीबारी हुई। जिसमें गांव के 3 वॉलेंटियर्स के मारे जाने की खबर है।
कुकी समुदाय के संगठन इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम के स्पोक्सपर्सन का कहना है कि मैतेई लोगों के हमले में मरने वालों में 26 साल का जामखोगिन, 35 साल का थांगखोकाई और 24 साल का हॉलेंसन शामिल है।
सुप्रीम कोर्ट भी आज हिंसा में बची 2 महिलाओं की याचिका पर सुनवााई करेगा। कुकी और मैतेई समुदाय के बीच 3 मई को हिंसा भड़की थी, जो अब तक जारी है। इस हिंसा में करीब 160 लोग मारे गए हैं।
पुलिस बोली- मरने वालों के शरीर पर चाकू से काटने के निशान मिले
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक लिटन पुलिस ने बताया कि सुबह-सुबह भारी गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं। इसके बाद पुलिस ने आसपास के गांवों और जंगलों में तलाशी ली। जहां से उन्हें तीन लोगों के शव मिले। तीनों के शरीर पर तेज चाकू से चोट के निशान हैं और उनके अंग भी कटे हुए हैं।
7 अगस्त को हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश
- चीफ जस्टिस चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच मणिपुर हिंसा से जुड़ी 10 याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है।
- पिछली सुनवाई 7 अगस्त को हुई थी। जहां बेंच ने कहा था कि हाईकोर्ट के 3 जजों की कमेटी मणिपुर में जाकर राहत और पुनर्वास का काम देखेगी।
- हिंसा से जुड़े मामलों की 42 स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) जांच करेंगी। इन केसों को अभी तक सीबीआई को ट्रांसफर नहीं किया गया है।
- मणिपुर हिंसा मामले में सीबीआई जांच की निगरानी महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी दत्तात्रेय पडसालगीकर करेंगे