ACN18.COM कोरबा/मानसून के सक्रिय होने से पहले ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के द्वारा अपने एक अप्रैल को ठीक करने का काम किया जा रहा है। हरदी बाजार पुलिस चौकी क्षेत्र के मुड़ापार गांव में एक व्यक्ति खपरैल ठीक करने के दौरान नीचे जा गिरा। जिला अस्पताल में उसका उपचार करने के बजाय निजी अस्पताल भेज दिया गया। उपचार के दौरान ग्रामीण की मौत हो गई।
कोरबा जिले के मुड़ापार गांव में पत्नी के साथ श्यामलाल बंजारे घर की खपरैल को सुधार रहा था, ताकि आने वाले बरसात के मौसम में किसी प्रकार की दिक्कत ना होने पाए। पत्नी नीचे काम पर जुटी हुई थी और उसका पति श्यामलाल ऊपरी हिस्से में सुधार कार्य कर रहा था। उसके भतीजे ने बताया कि काम के दौरान एकाएक असंतुलित होकर चाचा नीचे आ गिरा और उसके सिर में गंभीर चोटें आई। जिसके बाद उसे जिला अस्पताल और वहां से निजी अस्पताल ले जाया गया। आखिरकार उसे नहीं बचाया जा सका।
इस मामले में मृतक के एक परिजन कार्तिक बंजारे ने बताया कि आकस्मिक घटना में आई चोट के कारण श्यामलाल की मौत हुई है । इसलिए परिजन मृतक के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते। अस्पताल कर्मी की गलती से अनावश्यक दिक्कतें हुई और अब शव के पोस्टमार्टम में भी समस्याएं हो रही हैं।
पुलिस के पास इस बारे में जानकारी पहुंच गई है। पोस्टमार्टम के बिना शव परिजनों को सौंपा जाना संभव नहीं है। इन सबसे परे जरूरत इस बात की समझी जा रही है की पीड़ित परिजनों को और ज्यादा परेशान करने के बजाय पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर और कर्मचारियों को सहयोगात्मक रवैया दिखाना चाहिए।