स्कूल बस और ट्रेलर की भिड़ंत का VIDEO:ड्राइवर की जगह हेल्पर चला रहा था गाड़ी, रॉन्ग साइड पर जाकर मारी टक्कर

हादसे का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। पुलिस ने हेल्पर(खलासी) को भी गिरफ्तार किया है। - Dainik Bhaskar

रायगढ़-जशपुर मार्ग पर बुधवार को स्कूल बस और ट्रेलर के बीच हुई जोरदार टक्कर का वीडियो सामने आया है। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि किस तरह से ट्रेलर ने रॉन्ग साइड पर जाकर स्कूल बस को सामने से जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में 30 बच्चे और बस ड्राइवर घायल हुए थे। हादसा घरघोड़ा थाना क्षेत्र में हुआ था।

पुलिस ने हादसे के बाद आरोपी ट्रेलर ड्राइवर को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया था। कंचनपुर बरघाट के पास स्कूल बस और ट्रेलर की आमने-सामने टक्कर हो गई थी। हादसे में 30 बच्चे घायल हो गए थे। वहीं ड्राइवर राम बेहरा (30 वर्ष) कई घंटों तक स्टीयरिंग में ही फंसा रहा, जिसे मौके पर पहुंची पुलिस ने बहुत मुश्किल से बाहर निकाला था। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

रायगढ़ जिला अस्पताल में 7 लोगों का इलाज जारी

हादसे में घायल 5 बच्चों, बस ड्राइवर राम बेहरा और ट्रेलर चला रहे खलासी अनुज पांडेय (25 वर्ष) को इलाज के लिए रायगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकी 25 बच्चों को प्राथमिक इलाज के बाद घर भेज दिया गया है।

ये है पूरी घटना

बुधवार दोपहर 2 बजे बच्चों को सेंटान्स इंग्लिश मीडियम स्कूल की बस (क्रमांक CG 13 AS 7277) लेकर जा रही थी, तभी एक ट्रेलर (क्रमांक CG 11 BF 9910) ने सामने से आकर उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों ही वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। घटना का जो सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, उसमें साफ देखा जा सकता है कि किस तरह ट्रेलर चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए टक्कर मारी है। फुटेज में यह भी दिख रहा है कि बस चालक अपनी गाड़ी को सड़क से नीचे उतार रहा था, लेकिन तेज रफ्तार ट्रेलर ने उसे टक्कर मार दी।

खलासी चला रहा था वाहन

हादसे के बाद ट्रेलर चालक फरार हो गया था, जिसका पीछा करते हुए पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि ट्रेलर को खलासी चला रहा था। वहीं धरमजयगढ़ एसडीओपी दीपक मिश्रा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घायल बच्चों को अस्पताल भेजा था।

भारी वाहनों की आवाजाही लगी रहती है

स्थानीय लोगों के मुताबिक, बरघाट में जहां यह हादसा हुआ है, वहां से कुछ दूरी पर कोयला खदान भी है। जिसके चलते 24 घंटे यहां भारी वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। लोगों का कहना है कि रोड की हालत भी बेहतर नहीं है, जिसके कारण हादसे का डर बना रहता है।