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नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन, कांकेर

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Acn18.com/प्रियंका गांधी एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उत्तर बस्तर कांकेर की शांति, सुरक्षा और विकास के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले 37 शहीदों को अमर जवान स्तंभ में पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सम्मेलन की विशिष्ट अतिथि श्रीमती प्रियंका गांधी एवं मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आदिवासी समाज की देवी जिम्मेदारीन माता देवगुड़ी में दीप प्रज्वलित कर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। उल्लेखनीय है कि जिले में कुल 556 देवगुड़ी के सरंक्षण एवं संवर्धन के कार्य स्वीकृत किए गए हैं। गांधी ने हब एंड स्पोक मॉडल हमर लैब का अवलोकन किया। यहां लैब में संचालित गतिविधियों की जानकारी ली। अतिथियों ने स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल का अवलोकन किया।उन्होंने मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान की सराहना की। इस अभियान को आठ चरणों में चलाया गया, जिससे धनात्मक प्रकरणों, मृत्यु दर और एपीआई दर में बड़ी कमी आई है। अतिथियों ने बस्तर संभाग के परंपरागत कला स्टॉल का भी अवलोकन किया। यहां हाथ करघा बुनाई प्रशिक्षण केंद्र में पिछले तीन वर्षों में 105 महिला समूह को प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा गया है।
इस बीच श्रीमती गांधी ने चरखा चलाकर सूत भी काटा और माटी कला के स्टॉल में दिया में कलात्मक रंगाई भी की।

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उन्होंने उत्तर बस्तर की प्रसिद्ध कला बेल मेटल से तैयार उत्पादों का अवलोकन किया। यहां महिला समूह को बेल मेटल के माध्यम से स्व-रोजगार से जोड़ा गया है। प्रियंका गांधी एवं मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन परिसर में लगाए गए विभिन्न विभागीय स्टॉलों पर अवलोकन कर रहे हैं । उन्होंने LWE से प्रभावित क्षेत्र के कनेक्टिविटी क्रांति के मॉडल का अवलोकन किया। जिसके तहत विगत 5 वर्षों में यहां 4599 किलोमीटर लम्बी 1460 सड़क बनाई गई है। जो बस्तर कोंडागांव, कांकेर, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर और बीजापुर को जोड़ती है।

सरकार की विशेष योजना के तहत जिले में थर्ड जेंडर के 8 लोगों को आरक्षक की नौकरी भी दी गई है। श्रीमती गांधी ने थर्ड जेंडर आरक्षक रतनू, दिव्या निषाद और सूरज कुमार से चर्चा की और सरकार की इस योजना की सराहना की। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की छात्राओं ने श्रीमती गांधी का स्वागत बांस से बनी माला पहनाकर किया। कक्षा 11वीं और 12वीं में पढ़ने वाली छात्राओं ने श्रीमती गांधी के साथ फोटो भी खिंचाई। श्रीमती गांधी ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें ऑल द बेस्ट एवं वी आर प्राउड ऑफ़ यू, भी कहा। गांधी एवं मुख्यमंत्री श्री बघेल ने स्टॉल अवलोकन के दौरान स्थानीय उत्पादों और यहां के कारीगरों की उत्कृष्ट कलाकृति को देखते हुए उसकी सराहना भी की।

उन्होंने छत्तीसगढ़ हर्बल ब्रांड के नाम से वनों से संग्रहित कर आदिवासी महिलाओं द्वारा निर्मित 133 प्रकार के हर्बल उत्पाद और 21 प्रकार के मिलेट्स उत्पादों का अवलोकन किया। इस अवसर पर अतिथियों को हस्त निर्मित सामग्री उपहार स्वरूप भेंट किया गया। वनोपज प्रसंस्करण इकाई से रोजगार एवं आय में वृद्धि, मिलेट्स महतारी कैफे, कोदो कुटकी एवं रागी प्रसंस्करण, मक्का प्रसंस्करण केंद्र का अवलोकन कर श्रीमती गांधी ने हितग्राहियों से बातचीत की और उत्पादों की प्रशंसा की। इस बीच हितग्राही प्यारी टांडिया ने बताया कि उन्हें गौपालन से 3 लाख रुपए की आय प्राप्त हुई है।

उल्लेखनीय है कि यहां 14 गौठानों में रीपा का संचालन किया जा रहा है, जिसमें 39 गतिविधियां संचालित की जा रही हैं, समूह द्वारा अब तक 51 लाख रुपए के उत्पाद का विक्रय किया गया है। आय मूलक गतिविधियों से 430 लोगो को रोजगार मिला है और गोबर विक्रेताओं को अब तक 7.22 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।

अतिथियों द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन, माल्यार्पण कर राजगीत के साथ नगरीय निकाय एवं पंचायती राज सम्मेलन की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रीमती प्रियंका गांधी का स्वागत गौर सिंग मुकुट पहनाकर किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल एवं श्रीमती गांधी का स्वागत गजमाला पहनाकर किया गया। प्रियंका गांधी एवं मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा 5 पांच युवकों को रोजगार प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इन्हें सिक्योरिटी गार्ड में नौकरी मिली है। उल्लेखनीय है कि जिले में अभी तक 502 युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। 1482 युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पंचायती राज और नगरीय निकाय के जनप्रतिनिधियों का सम्मेलन में स्वागत किया। आज कांकेर में सम्मेलन हो रहा है आप सभी को मालूम है एक समय मे सिर्फ 5 हजार जनप्रतिनिधि होते थे, राजीव गांधी जी ने पंचायती राज को सशक्त बनाने का काम किया।

जब से पंचायती राज लागू हुआ है एक तिहाई महिलाओ को भी आरक्षण देने का काम किया गया। छत्तीसगढ़ में पंचायती राज और नगरीय निकाय में महिलाओं को प्राथमिकता दिए हैं। हमारे छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा महिला मतदाता है। पंचायती राज राज को सशक्त करने का काम हमारी सरकार ने की है, हमने सभी जनप्रतिनिधियों के मानदेय में बढ़ोतरी की है। पेसा कानून लागू करने का काम हमने लागू किया है। कई एकड़ से अधिक जमीन को हमने वापस दिलाने का काम किया हैं। लगातर बस्तर में विकास के काम छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा हो रहा है, चाहे ऋणमाफी, समर्थन मूल्य में धान खरीदी, वनोपज खरीदी, नरवा गरवा घुरवा बाड़ी, रीपा का विकास से रोजगार के नए रास्ते दे रहे हैं। मिलेट्स को खरीदने की व्यवस्था, इमली से कैंडी बनाने की व्यवस्था हमने किया है। आदिवासी संस्कृति को बचाने और देवगुड़ी बनाने का काम हमने किया है।

श्रीमती प्रियंका गांधी का उद्बोधन

एक समय था जब जनप्रतिनिधियों की संख्या बहुत कम थी उससे यह होता था कि जितने निर्णय लेने थे वह सभी एक जगह केंद्रित हो जाते थे।

कई ऐसे कार्य होते थे जिन्हें होने में बहुत समय लगता था या कई ऐसे कार्य होते थे जिनकी जरूरत ही नहीं थी लेकिन इन सब में बहुत समय लगता था।

दिल्ली जाना पड़ता था, रायपुर आना पड़ता था तो जब पंचायती राज की बात हुई तब मंशा ये थी कि लोकतंत्र को गांवों तक पहुंचाया जाए। इसका मतलब है कि जो गांव का विकास है, इसका निर्णय गांव करें, गांव के ही प्रतिनिधि करें।

आप सब यहां बैठे हैं, आप जानते हैं कि ग्राम पंचायत में किस तरह के काम होने हैं और किस तरह के कामों को होना चाहिए।

आप अपने लोगों के हित में निर्णय ले सके, यही मूल बात है।

लोकतंत्र की नींव पंचायत में, गांव में, नगर पालिकाओं में बसती है। आप सब की जिम्मेदारियां बहुत बड़ी हैं। मैं जानती हूं अपनी जिम्मेदारियां को आप बहुत परिश्रम के साथ पूरा करते हैं।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि राजीव गांधी जी ने कहा कि यहां दो करोड़ लोग है लेकिन जनप्रतिनिधि केवल 5 हजार हैं। इसलिए पंचायती राज्य का प्रावधान राजीव जी ने किया। उन्होंने 73 वें और 74 वें संशोधन के माध्यम से यह तय किया। साथ ही एक तिहाई महिलाओं को आरक्षण देने की व्यवस्था की गई।

जब से पंचायती राज्य लागू हुआ है, महिलाएं मंच में बैठी हैं। पंचायत भी संचालित कर रही हैं और महापौर भी बनी हुई हैं।

छत्तीसगढ़ में महिलाओं को आगे बढ़ाने का काम हमने किया है। मतदाता सूची अभी प्रकाशित हुई है इसमें 57 विधानसभाओं में महिला मतदाता ज्यादा हैं।

छत्तीसगढ़ में कोई भेदभाव नहीं होता। बेटे-बेटियों में कोई भेदभाव नहीं होता। महिलाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है। पंचायती राज को मजबूत बनाने का काम किया जा रहा है।

हम लोग लगातार पंचायती राज्य को मजबूत बनाने का काम कर रहे हैं। पेसा कानून को हमने लागू किया है। लोहांडीगुड़ा में आदिवासियों की जमीन को वापस कराने का काम हमने किया है।

छत्तीसगढ़ में तेजी से आदिवासी विकास हो रहा है। तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि बढ़ाई गई है। 67 लघु वनोपज हम खरीद रहे हैं। दो लाख महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। 300 इंडस्ट्रियल पार्क हमने शुरू किया है। हम महात्मा गांधी के दिखाए रास्ते पर हम चल रहे हैं। हमने मिलेट मिशन आरंभ किया है। नथियानवांगांव में 22 प्रकार की खाद्य सामग्री बन रही है। हम लोगों के उत्पाद का सही मूल्य दिला रहे हैं।

न्याय के रास्ते पर छत्तीसगढ़ चल रहा है। गोधन न्याय योजना, भूमिहीन श्रमिक न्याय योजना हमने शुरू की है। हम लोग संस्कृति को बचाने का काम निरंतर कर रहे हैं। बस्तर के लोग हमेशा राष्ट्रप्रेम से भरे रहते हैं। जमशेद जी टाटा प्रदेश में आये यहां पर खदान के लिए, यहां के आदिवासियों ने कहा कि हम सरकार को इसे दे देंगे, निजी हाथों में नहीं देंगे। फिर नेहरू जी ने यहां के लोहे से बीएसपी आरंभ किया।

सार्वजनिक उपक्रम देश की संपदा है। इनका निर्माण नेहरू जी ने आरंभ किया। हम निरंतर आम जनता की तरक्की के लिए काम कर रहे हैं।

श्रीमती गांधी ने कहा कि आपका भरोसा हमारे साथ बना है। जब इंदिरा जी छत्तीसगढ़ आयी थी तब उन्होंने स्वामी आत्मनन्द से कहा कि शिक्षा का विकास करना है, आज भूपेश बघेल की सरकार यह कार्य कर रही है।

आज आपकी सरकार आपको आगे बढाने का काम कर रही है, यहां का मिलेट्स प्रोसेसिंग प्लांट एशिया का सबसे बड़ा प्लांट है।

बस्तर आज प्रमुख पर्यटन स्थल बन गया है, बहुत लोगो को रोजगार मिल रहा है। 60 से ज्यादा वनोपज समर्थन मूल्य पर खरीदे जा रहे हैं।

इतना सारा काम आपके क्षेत्र में हो रहा है, लोग पहले यहां आने से डरते थे, हर तरफ हिंसा भय और उत्पीड़न था, आज सरकार ने इस रास्ते से आपको निकाला है।

जनता की भलाई के लिए नियत की जरूरत है। इंदिरा जी की नीयत सही थी इसलिए आज भी उन पर भरोसा है।

बघेल जी पर भी भरोसा है क्योंकि उन्होंने सभी वर्ग के लिए काम किये हैं। मनरेगा योजना भी हमारी सरकार ने लायी है।
इंदिरा जी 1972 में बस्तर में आई थी, शायद आपने वो फ़ोटो देखी होगी जिसमें वह बस्तर की महिलाओं के साथ नाच रही थी। बस्तर से मेरा बहुत पुराना नाता है। इंदिरा जी ने उस समय जो कहा था, भूपेश बघेल आज उसे पूरा कर रहे हैं। स्वामी आत्मानंद जी के नाम से आज प्रदेशभर में विद्यालय, महाविद्यालय खोले गए हैं।

आज बस्तर एक अंतरराष्ट्रीय नाम बन गया है। मॉडल बन गया है। छत्तीसगढ़ में आज देश का सबसे बड़ा मिलेट प्रोसेसिंग प्लांट है।

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