acn18.com/रायगढ़ शहर के जूट मिल क्षेत्र में धर्मांतरण से संबंधित मामले की खबर मिलने को लेकर जमकर बवाल की स्थिति निर्मित हुई। सामाजिक संगठन के लोगों ने यहां पहुंचकर होहल्ला किया। मामला गंभीर था इसलिए एसडीएम और डीएसपी के साथ पुलिस बल यहां पहुंचा और स्थिति को नियंत्रित किया। अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। प्रार्थना गृह के दस्तावेज मंगवाए गए हैं। इस आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी।
उड़ीसा राज्य के सीमावर्ती छत्तीसगढ़ के रायगढ़ नगर में पिछले महीने भर में धर्मांतरण का पांचवां लेकिन अब तक का सबसे बड़ा मामला पकड़ा गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यहां पर प्रार्थना की आड़ में 100 से ज्यादा लोगों को धर्म परिवर्तित करवाने को लेकर कोशिश की जा रही थी। इस बीच सूचना आम होने पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी नेता वहां पहुंच गए और मामले को उजागर कर दिया। शहर के जूटमिल क्षेत्र के वार्ड नंबर 33 गांधी नगर इलाके के घर में खुलेआम धर्मांतरण के नाम पर चल रहे सामाजिक बुराई के खेल को हिंदू संगठन के जुझारू कार्यकर्ताओं ने पकड़ा है। रविवार होने की वजह से प्रार्थना करवाने का मौका रहता है। रविवार के दिन ही रायगढ़ शहर में धर्मातरण के मामले पहले भी पकड़े गए हैं। गांधीनगर के इस घर में धर्मांतरण के इरादे से100 से ज्यादा लोगों को इकट्ठा किया गया था। भीतर प्रार्थना चल रही थी। कुछ देर के बाद स्थानीय पार्षद सहित संगठनों के लोग बड़ी संख्या में पहुंचे और घर के भीतर खुलेआम चल रहे इस धर्मांतरण के मामले को रोकने जमकर नारेबाजी करने लगे। भाजपा नेता अंशु टुटेजा का आरोप है कि इस इलाके में काफी समय से धर्मांतरण जैसी गतिविधियां चल रही हैं । एक पास्टर की हरकतों के कारण क्षेत्र का माहौल खराब हो रहा है । अभी भी यहां प्रार्थना ग्रह की आड़ में कई लोगों को इकट्ठा किया गया था और कई प्रकार के लालच दिए जा रहे थे
धर्मांतरण का बड़ा मामला सामने आने के बाद एसडीएम सहित डीएसपी और सभी थानों के प्रभारी भी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। डीएसपी अखिलेश कौशिक ने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लेने के साथ पूछताछ की जा रही है। जांच में तथ्य सामने आने के साथ अगली कार्रवाई की जाएगी।
रायगढ़ एसडीएम प्रवीण तिवारी ने बताया कि आसामाजिक गतिविधियों के संचालन के बारे में जानकारी मिली है। जिस पर यहां प्रशासन और पुलिस की टीम पहुंची है। जिस स्थान पर यह सब चल रहा है उससे संबंधित जमीन के दस्तावेज भी मांगे गए हैं। एसडीएम ने बताया कि सभी पहलुओं की जांच करने के साथ निर्णायक स्थिति पर हम पहुंचेंगे।
भारी गहमा गहमी के बीच घर के भीतर से लगभग 135 लोगों को मौके से बाहर निकाला गया । जिन्हें बरगला कर यहां लाया गया था। स्थिति को को देखते हुए पुलिस ने घर के मालिक सहित बाहर गांव से आए हुए एक व्यक्ति को घर से हिरासत में ले लिया है। याद रहे पिछले दिनों ऐसे ही एक मामले को लेकर बिलासपुर जिले के रतनपुर में टकराव के हालात पैदा हो गए थे।। इन कारण से वाहन निर्माता प्रार्थना घर का उद्घाटन डाल दिया गया। इसी मामले को लेकर कोटा क्षेत्र के विधायक भाजपा और हिंदू संगठनों के निशाने पर हैं