acn18.com कोरबा/ महापुरुषों ने सच कहा है कि बच्चों को भले ही महंगी चीजें ना दो लेकिन उन्हें अच्छे संस्कार जरूर देने चाहिए। उनकी संगति की जानकारी भी लेते रहना चाहिए। पौड़ीबाहर मैं एक युवक के द्वारा फांसी लगाने की घटना के बाद इसी तरह की बातें सामने आई है। मृतक के पिता ने इस बात को स्वीकार किया कि रायपुर जाने के बाद पुत्र की संगति खराब हो गई थी।
सरकारी स्कूल में शिक्षक देवकीनंदन वैष्णव और उनके परिवार को इस बात का दुख है कि सभी तरह की इच्छाएं पूरी करने के बाद भी छोटे पुत्र हिमांशु वैष्णव ने खुदकुशी कर ली और कई सवाल छोड़ गया। कोरबा के सिविल लाइन पुलिस थाना अंतर्गत पोड़ीबहार क्षेत्र में निवासरत वैष्णव परिवार को आज सुबह इस घटना की जानकारी हुई। 22 वर्षीय पुत्र हिमांशु की गतिविधियां पिछले कुछ दिनों से सामान्य नहीं थी और परिवार के लोग इस पर नजर रखे हुए थे। पिता ने बताया कि रात्रि को घर आने के बाद हिमांशु अपने कमरे में गया और आज सुबह काफी देर तक नहीं उठा तो इस पर संदेह हुआ। बाद में मालूम चला कि साड़ी से फंदा बनाकर उसने खुदकुशी की है
शिक्षक वैष्णव ने बताया कि कुछ दिनों से उसकी मनमानी मांगे जारी थी और हमने इसे पूरा भी किया। केवल उसके दबाव के कारण ही कार खरीदी गई ।
दुखी मन से पिता ने इस बात को भी स्वीकार किया कि रायपुर में पॉलिटेक्निक की पढ़ाई करने के साथ उसकी संगति बिगड़ गई ।
युवक के द्वारा फांसी लगाने की खबर मिलने पर सिविल लाइन थाना की पुलिस या पहुंची और पंचनामा के साथ शव को उतारा । इस मामले में मर्ग कायम करने के साथ आगे की जांच की जा रही है। मनोवैज्ञानिकों के द्वारा कई मौकों पर अभी आपको कुछ सलाह दी जाती रही है कि वह बच्चों की जरूरत पूरी करें लेकिन गैर जरूरी मांगों के लिए दबाव बनाए जाने पर ऐसी कोशिशों को हतोत्साहित भी किया जाए।