कोरबा के दूरस्थ वनांचल गांव लैंगी में संचालित सरकारी छात्रावास में रहने वाले दो बच्चों के पैर में मरे हुए जहरीले सांप का अंश चुभ गया। मामले की जानकारी मिलते ही साथ में रहने वाले दोनों बच्चों को पसान के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। चिकित्सक की गैरमौजूदगी में वार्ड ब्वॉय के द्वारा दोनों बच्चों का उपचार किया गया। वहीं सूचना मिलने के बाद बीएमओ मौके पर पहुंचे और बच्चों का परिक्षण किया। उन्होंने दोनों बच्चों की सेहत सही होने की जानकारी दी है।
कोरबा के सरकारी छात्रावासों में अधीक्षकों की गैरमौजूदगी के घातक परिणाम सामने आने लगे है। जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र लैंगी में संचालित सरकारी छात्रावास में रहने वाले दो बच्चों की जान पर बन आई। अधीक्षक की गैरमौजूदगी में दोनों बच्चे रात के वक्त बाहर टहल रहे थे,इसी बीच एक मरे हुए जहरीले सांप का अंश उनके पैर में चुभ गया। इतना सब होते ही दोनों के होश उड़ गए। तत्काल साथ में रहने वाले बच्चों ने दोनों को पसान के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। वहां भी चिकित्सक गैरमौजूद था,लिहाजा वार्ड ब्वॉय ने दोनों का उपचार किया। सूचना मिलने के बाद बीएमओ मौके पर पहुंचे और दोनों का स्वास्थ्य परिक्षण किया और उन्हें खतरे से बाहर बताया।
सरकारी छात्रावासों में रात के वक्त अक्सर अधीक्षक अपने घर चले जाते हैं,जिससे इस तरह के मामले सामने आते है। शासन का नियम है,कि अधीक्षक 24 घंटे छात्रावास में ही रहे,लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। अगर दोनों बच्चों को किसी जहरीले सांप ने ही काट लिया होता तो अधीक्षक की नौकरी भी जा सकती थी।
पसान से आरिफ खान