acn18.com कोरबा/ भूगर्भ में खनिज पदार्थ और गैस की उपस्थिति का पता लगाने के लिए केंद्रीय एजेंसियां सर्वे किया करती हैं। कोरबा जिले के करतला विकासखंड के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में इस प्रकार का काम काफी समय से चल रहा है। सर्वे के चक्कर मे ठेका एजेंसी के कर्मचारी मनमानी पर उतारू है। बाल श्रम की धज्जियां इस काम में उड़ाई जा रही है और लोगों की कृषि और गैर कृषि भूमि को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। पूछताछ करने पर कंपनी के कर्मचारी अभद्रता करने से भी पीछे नहीं है।
कोरबा जिले के बहुत बड़े हिस्से में कोयला भंडार की उपस्थिति के साथ दोहन का काम चल रहा है। खबर है कि कुछ और हिस्से में खनिज के अलावा गैस तत्व भी मौजूद है। इनके भंडारण की खोज के लिए सर्वे का काम करतला विकासखंड में जारी है। इस विकासखंड के लुदुखेत, बैगामार, तौलिपाली, चचिया आदि स्थान पर सर्वे के नाम पर बड़े बड़े गड्ढे कर दिए गए है। आसपास में तार बिछा दिए गए है। इसके कारण ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। सर्वे एजेंसी से संबंधित कर्मचारियों से पूछताछ की तो उसने सीधे मुंह जवाब देने के बजाय मीडिया कर्मी से अभद्रता करने का प्रयास किया।
खबरें इस प्रकार की है कि इन इलाकों में जनता के द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने सर्वे के लिए अपनी सहमति दी है और एक प्रकार से जनता को परेशानी में डालने का काम किया है। लोग इस बारे में सवाल खड़े कर रहे हैं की उनके शुभचिंतक बनने वाले अब चुप क्यों है। ग्रामीणों ने बताया कि सर्वे के काम में लगी एजेंसी के द्वारा इस क्षेत्र में बाल श्रम पर भी जोर दिया जा रहा है। कई चीजों की जानकारी प्रशासन और श्रम विभाग को भेजने की तैयारी की जा रही है। उम्मीद करना होगा कि प्रमाण मिलने के बाद सक्षम अधिकारी इस दिशा में कार्रवाई करेंगे।