acn18.com बिलासपुर/ बिलासपुर में पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर आदेश जारी किया गया है। जिले की कमान संभालने के बाद एसपी संतोष कुमार सिंह ने पहली बार विभाग में बड़ी सर्जरी की है। लिस्ट में तीन एसआई तीन एएसआई समेत 113 पुलिसकर्मियों का नाम है। इसमें एंटी सायबर एंड क्राइम यूनिट (ACCU) के दो आरक्षकों को भी हटाया गया है। वहीं, अब आने वाले दिनों में शीघ्र ही थानेदारों की भी लिस्ट जारी होने की संभावना है।
देखिए सूची..
जिले में एसपी बदलते ही थानेदारों और पुलिसकर्मियों के तबादला आदेश जारी होने की परंपरा रही है। लेकिन, नवपदस्थ एसपी संतोष कुमार ने ऐसा नहीं किया। बल्कि, उन्होंने पुलिसकर्मियों को काम करने का मौका दिया और अपना बेहतर परफार्मेंस दिखाने के लिए कहा था। यही वजह है कि जॉइन करने के बाद उन्होंने पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली को बारीकी से देखा।
ट्रांसफर लिस्ट में है 113 पुलिसकर्मियों के नाम
एसपी सिंह ने सोमवार को तबादला आदेश जारी किया है, जिसमें एसआई अजहरुद्दीन को सिविल लाइन, राकेश पटेल को तखतपुर से कोतवाली और कोतवाली में पदस्थ रविंद्र यादव को कोतवाली से तखतपुर थाने भेजा गया है। वहीं, सिविल लाइन थाने में पदस्थ एएसआई मोहनलाल साहू को पुलिस लाइन, केंदा पुलिस सहायता केंद्र में पदस्थ चुनाराम को सिरगिट्टी, अशोक मिश्रा को चकरभाठा से केंदा पुलिस सहायता केंद्र भेजा गया है। इसके अलावा 25 प्रधान आरक्षक और 82 आरक्षकों का तबादला अलग-अलग थानों में किया गया है।
शहर से भेजे गए ग्रामीण थाना
इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों के कार्यों का आंकलन किया। बताया जा रहा है कि शहर में पदस्थ कई पुलिसकर्मियों की उन्हें शिकायतें भी मिल रही थी। फिर भी उन्होंने शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया। लेकिन, इसके बाद भी नहीं सुधरने वाले शहरी थानों में पदस्थ पुलिसकर्मियों को ग्रामीण क्षेत्र का रास्ता दिखा दिया। जारी आदेश में कई ऐसे पुलिसकर्मी हैं, जिन्हें या तो ग्रामीण थानों में तैनाती दी गई है या फिर उन्हें लाइन भेज दिया गया है।
अब थानेदारों की आएगी बारी
पुलिस के विभागीय सूत्रों की माने तो एसपी संतोष कुमार सिंह आने वाले समय में एक और जम्बो लिस्ट जारी कर सकते हैं। दूसरी सूची में थानेदारों को भी इधर से उधर किया जा सकता है। चर्चा है कि शहर में पदस्थ ऐसे थानेदार जिनके क्रियाकलाप सही नहीं है, उन्हें लाइन या फिर ग्रामीण क्षेत्र में भेजा जाएगा। वहीं, लाइन में पदस्थ थानेदारों को भी मौका दिया जा सकता है। यह भी तय है कि पहली सूची में अधिकांश पुलिसकर्मी शहरी थानों से है, जबकि दूसरी सूची में ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ पुलिसकर्मियों का भी तबादला किया जा सकता है।