पश्चिम बंगाल के TMC विधायक जीबन कृष्णा साहा के घर पर शुक्रवार को CBI ने छापा मारा तो उन्होंने अपने दो मोबाइल पास के तालाब में फेंक दिए। अब CBI दोनों फोन को ढूंढने में लगी हुई है। इसके लिए वो पंप लगाकर तालाब का पानी निकाल रही है।
दरअसल, CBI ने करोड़ों रुपए के शिक्षक भर्ती मामले में TMC विधायक के मुर्शिदाबाद स्थित घर पर शुक्रवार दोपहर 1 बजे छापा मारा था। इस दौरान विधायक वॉशरूम जाने का बहाना करके उठे और घर के बाहर भाग गए। CBI अधिकारी उन्हें पकड़ते, इससे पहले उन्होंने अपने फोन घर के पास वाले तालाब में फेंक दिए।
पंप लगाकर तालाब से पानी निकाल रहे अधिकारी
CBI ने कल से ही तालाब में फोन ढूंढने शुरू कर दिए थे। इस दौरान फोन तो नहीं मिले लेकिन 6 बैग मिल गए। इसके बाद CBI ने तालाब से पानी बाहर निकालने का फैसला लिया और इसके लिए एक पंप भी लगा दी। शनिवार सुबह तालाब का पानी निकालने के लिए दो और पंप लगाई गईं, लेकिन एजेंसी को अब तक फोन नहीं मिल सके हैं।
केस के लिए जरूरी है फोन की रिकवरी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन दोनों फोन का वापस मिलना CBI के लिए जरूरी है, क्योंकि इनमें घोटाले से जुड़े अहम सबूत मिल सकते हैं। छापे में CBI ने कई आपत्तिजनक डॉक्यूमेंट जब्त किए हैं। इनमें अलग-अलग स्तर की कई लिखित परीक्षाओं के एडमिट कार्ड शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक एक डायरी भी मिली है, जिसमें घोटाले के दौरान इकट्ठे किए गए रुपयों का जिक्र हो सकता है।
एजेंट के जरिए साहा तक पहुंची CBI
CBI को TMC से निकाले जा चुके युवा नेता कुंतल घोष से पूछताछ में कौशिक घोष नाम के एक एजेंट के बारे में पता चला था। कौशिक मुर्शिदाबाद जिले में ऐसे लोगों को ढूंढता था जो सरकारी टीचर बनने के एवज में भारी रिश्वत दे सकें। CBI को कौशिक से पता चला कि इस मामले में जीबन साहा भी शामिल हैं, जिसके बाद एजेंसी ने उनके घर भी छापा मार दिया।