acn18.com बिलासपुर/ खाकी वर्दी में फिल्मी स्टाइल में विदाई समारोह में नेताओं की तरह रोड शो करने वाले TI को बिलासपुर IG ने सस्पेंड कर दिया है। राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ से बिलासपुर ट्रांसफर होने पर थानेदार सुरेंद्र स्वर्णकार को ढोल-ताशों के साथ बारातियों की तरह विदाई दी गई थी, जिसमें वे दुल्हन की तरह सजी अपनी लग्जरी कार का सन रूफ खोलकर वर्दी में ब्लैक गॉगल लगाकर हाथ जोड़कर रोड शो भी किया था। TI की विदाई का यह वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है और सुरेंद्र स्वर्णकार चर्चा में आ गए हैं, जिसके बाद उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।
तबादला होने के बाद थानेदार सुरेंद्र स्वर्णकार को उनके स्टाफ ने विदाई समारोह का आयोजन किया था। पुलिसकर्मियों ने उनकी विदाई समारोह को यादगार बनाने के लिए ढोल-ताशों के साथ ही उनकी कार को गुलाब की फूलों से सजाया था। जिस तरह से उनकी विदाई हुई, उस तरह का फेयरवेल बड़े-बड़े अधिकारियों को भी नहीं मिलता होगा।
डोंगरगढ़ में विदाई, बिलासपुर में ज्वाइन करते ही सस्पेंड
ढोल-ताशों के साथ बारातियों की तरह विदाई लेकर फूलों से सजी अपनी लग्जरी कार से बिलासपुर पहुंचे। लेकिन, इससे पहले ही उनकी विदाई समारोह का यह वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ और निरीक्षक सुरेंद्र स्वर्णकार पूरे प्रदेश में चर्चा में आ गए। सोमवार को पुलिस लाइन में आमद देने के बाद वे SP संतोष सिंह और IG बद्रीनारायण मीणा से मिलने पहुंचे। उनके इस कार्यप्रणाली को पुलिस अफसरों ने भी अनुशासनहीनता माना है। यही वजह है कि बिलासपुर में जॉइन करते ही उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
ब्लैक गॉगल में कार का सन रूफ खोलकर अभिवादन कर रहे थे थानेदार
अपनी खाकी वर्दी और काले चश्मे में TI सुरेंद्र स्वर्णकार मुस्कुराते और हाथ हिलाते हुए नजर आ रहे हैं। उनकी विदाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि टीआई सुरेंद्र स्वर्णकार की कार के आगे पीछे पुलिसकर्मी ढोल-ताशों पर भांगड़ा करते रोड शो कर रहे हैं।
पहले भी विवादित रहे सुरेंद्र स्वर्णकार
डोंगरगढ़ थाने में महज 10 महीने तक पदस्थ रहे थाना प्रभारी सुरेंद्र स्वर्णकार पहले भी विवादित रहे हैं। बिलासपुर में लॉक डाउन के समय वे तारबाहर TI थे। तब उन्होंने एक पेट्रोल पंप कर्मी की बेरहमी से पिटाई कर दी थी, जिसके बाद उन्हें लाइन अटैच किया गया था। इसी दौरान ही उन्होंने सीनियर एडवोकेट से बदसलूकी भी की थी, जिसके बाद उनका बीजापुर ट्रांसफर कर दिया गया था। लेकिन, आदेश तत्काल रोक लिया गया। फिर बाद में उनका तबादला राजनांदगांव जिले में हो गया और अब फिर से बिलासपुर ट्रांसफर हो गया है।