Acn18.com/ओडिशा के बालासोर में दो जून को हुए रेल हादसे में 288 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। 900 से ज्यादा लोग घायल हैं। हादसे का कारण पता चल गया है। रेल मंत्री ने कहा, यह हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हुआ। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम वह होता है, जिसमें ट्रेन का ट्रैक तय किया जाता है।
न्यूज एजेंसी ने रेलवे के हवाले से जानकारी दी है कि गाड़ियों के बीच टक्कर रोकने वाला कवच सिस्टम इस रूट पर मौजूद नहीं था। रेल मंत्रालय के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने बताया कि ट्रेनों की टक्कर रोकने के लिए बनाया गया कवच सिस्टम अगले साल तक ट्रेनों में इन्स्टॉल किए जाने की संभावना है।
फिलहाल दुर्घटना स्थल पर मरम्मत का काम चल रहा है। रेल मंत्रालय के मुताबिक, 1000 से अधिक कर्मी काम में लगे हैं। साथ ही 7 से अधिक पोकलेन मशीन, 2 दुर्घटना राहत ट्रेन, 3-4 रेलवे और रोड क्रेन तैनात हैं।
PM मोदी घटनास्थल पर घायलों से मिले, अमेरिकी राष्ट्रपति ने शोक जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार शाम करीब 4 बजे घटनास्थल पहुंचे। वे अस्पताल में घायलों से भी मिले। उन्होंने कहा कि दुर्घटना का जो भी दोषी है, उसे बक्शा नहीं जाएगा। हर तरह की जांच के निर्देश दिए हैं। हम इस घटना से सबक लेंगे और व्यवस्था को सुधारेंगे। PM ने घायलों की मदद करने वालों को शुक्रिया कहा।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस हादसे को लेकर शोक जताया है। व्हाइट हाउस ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा, हमारी संवेदनाएं हादसे के पीड़ितों के साथ हैं।
रेलवे ने अलग-अलग स्टेशन पर हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
- इमरजेंसी कंट्रोल रूम: 6782262286
- हावड़ा: 033-26382217
- खड़गपुर: 8972073925, 9332392339
- बालासोर: 8249591559, 7978418322
- कोलकाता शालीमार: 9903370746
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पहले ट्रेन डिरेल होने की खबर आई, फिर टकराने की जानकारी मिली
हादसे के एक घंटे बाद शाम को करीब 8 बजे बालासोर में एक ट्रेन के पटरी से उतरने की खबर आई। इसके बाद दूसरी ट्रेन डिरेल होने की बात पता चली। रात करीब 10 बजे साफ हुआ कि दो यात्री गाड़ियां और एक मालगाड़ी टकराई हैं। शुरुआत में 30 लोगों के मारे जाने की जानकारी थी, लेकिन देर रात यह आंकड़ा 200 के पार पहुंच गया।एक ट्रेन मालगाड़ी से टकराई, सामने से आई बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस इसकी बोगियों से भिड़ी
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि बहानगा बाजार स्टेशन की आउटर लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी। हावड़ा से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस यहां डिरेल होकर मालगाड़ी से टकरा गई। एक्सप्रेस का इंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया और बोगियां तीसरे ट्रैक पर जा गिरीं। कुछ देर बाद तीसरे ट्रैक पर आ रही बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ने कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियों को टक्कर मार दी।