भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस में हाहाकार मचा हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री जैसे दिग्गज कांग्रेसी नेताओं को जेल में निरुद्ध कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव से मिलने से रोक दिया गया ।बाद में सिर्फ पांच नेताओं को देवेंद्र से मिलने की अनुमति मिली।
छत्तीसगढ़ के भिलाई विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी से कांग्रेस पार्टी में आक्रोश की लहर फैल गई है। पूरे प्रदेश में इसका विरोध हो रहा है मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरण दास महंत पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंह देव समेत कई पूर्व मंत्रियों और वर्तमान विधायकों ने सेंट्रल जेल रायपुर जाकर देवेंद्र यादव से मुलाकात करने का प्रयास किया लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटा दिया गया
यह वह नेता है 10 माह पहले तक जिनके आदेश पर छत्तीसगढ़ का पूरा प्रशासन चला करता था। उनके इशारे पर कोई भी कभी भी अंदर बाहर हो जाया करता था। किसी के भी विरुद्ध कुछ भी मुकदमा दर्ज हो जाया करता था आज इन्हीं नेताओं को अपने विधायक देवेंद्र यादव से जेल में मिलने के लिए जेल अधिकारियों से याचना करनी पड़ी। आदेश रहा होगा इसलिए अनुमति नहीं मिली। बाद में लगभग 20 विधायक जिनमे अधिकांश विधायकों ने 5 साल तक मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक रहकर अपने हुकुम की तामीली कराई थी। बाद में जेल प्रशासन ने सिर्फ पांच नेताओं को देवेंद्र यादव से मिलने की अनुमति दी। देवेंद्र से मिलने के बाद भूपेश बघेल और डॉक्टर चरण दास महंत ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला
गौर तलब है कि देवेंद्र यादव को बलौदा में कलेक्टर और एसपी कार्यालय को फूंक दिए जाने के मामले में आरोपी बनाया गया है ।उन्हें 2 दिन पहले उनके भिलाई स्थित निवास से गिरफ्तार किया गया था ।उस समय भी देवेंद्र के समर्थकों ने भिलाई से लेकर सेंट्रल जेल तक जमकर अपने नेता की गिरफ्तारी का प्रतिकार किया था।
बहरहाल छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने संदेश दिया कि भारत में लोकतंत्र की जड़े इतनी मजबूत हैं कि कल जो राजा था आज वह प्रजा बना दिया गया और जो प्रजा में शामिल था वह ऊपर उठाकर राजा की कुर्सी पर विराजमान करा दिया गया। यानि भूपेश बघेल राजा से प्रजा बन गए और विष्णु देव साय प्रजा से राजा की कुर्सी पर जा विराजे।