Acn18.com/साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के द्वारा कांग्रेस सरकार के दौरान इमलीछप्पर कुसमुंडा से तरदा के बीच फोरलेन सड़क बनाने को मंजूरी दी गई थी। इस काम के लिए 200 करोड रुपए स्वीकृत किए गए।। महाराष्ट्र के नागपुर की कंस्ट्रक्शन कंपनी एसएमएस को ठेका दिया गया। सड़क निर्माण का काम लोक निर्माण विभाग की सीधी देखरेख में चल रहा है। कामकाज की शुरुआत के बाद ही पूर्ववर्ती सरकार और जिला प्रशासन के बीच बने हुए टकराव से सड़क के निर्माण में काफी असर पड़ा और कामकाज बाधित हुआ। इस मामले को लेकर राजनीति तेज हुई तो अधिकारी को बदल दिया गया। उम्मीद की जा रही थी कि जो समय सीमा सड़क बनाने के लिए तय की गई है उसके अंदर ही सब कुछ काम हो जाएगा और लोगों को राहत मिलेगी। लोगों का इस तरह से सोचना गलत साबित हुआ जबकि लंबा समय गुजर जाने और छत्तीसगढ़ में सरकार के बदले जाने के बाद भी फोरलेन सड़क अधूरी पड़ी है। कई जगह पर इसका काम नहीं हो पाया है और बारिश के मौसम में इस रास्ते पर बने हुए बड़े-बड़े गधों और उनमें बारिश का पानी भरने के चलते गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो गए हैं। लगातार हो रही बारिश के बीच भी यहां से आवागमन जारी है यह काम कितना मुश्किल भरा है इसे इन तस्वीरों के माध्यम से बड़ी आसानी से समझा जा सकता है। एक तरह से यह भी माना जा सकता है कि इस रास्ते पर से होकर चलना और सुरक्षित अपनी मंजिल तक पहुंचाना किसी जंग जीतने से कम नहीं है। इस सड़क पर से होकर आना-जाना करने वाला वर्ग अपना गुस्सा काम करने वालों पर उतार रहा है। उसे ऐसा लगता है कि फोरलेन सड़क का काम भ्रष्टाचार की बलि चढ़ गया है।
रोमांच से ज्यादा हादसे का डर है इस सड़क पर,सीएसआर के 200 करोड रुपए खर्च हो रहे निर्माण पर
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