acn18.com कोरबा / सोच बदलो, दुनिया बदलेगी। इस सिद्धांत पर कोरबा पावर सिटी के लोग कदमताल कर रहे हैं और दूसरों को भी इससे जुड़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। एक बड़े हिस्से में अच्छी सोच रखने वाले लोगों के दिन की शुरूआत भगवान के नाम के स्मरण के साथ होती है। इसके दो फायदे हैं एक तो भगवान का संकीर्तन करने का अवसर प्राप्त होता है और शरीर का व्यायाम भी हो जाता है।
अवसर विशेष पर प्रभात फेरी और भजन कीर्तन जैसे दृश्य आपने यहां वहां जरूर देखे होंगे। यह कुछ दिन चलते हैं और फिर बंद हो जाते हैं। इनमें गिनती के लोग होते हैं। इन सबसे अलग हटकर कोरबा नगर में अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों ने काफी समय से अपने दिन की शुरुआत करने के लिए भगवान के नाम का स्मरण करने को सबसे अच्छा माध्यम बनाया है। सूर्योदय से पहले यह समूह निकलता है और निश्चित अवधि तक लंबी दूरी तय करने के साथ दूसरों को भी अपने साथ जोड़ने की कोशिश करता है। महाराणा प्रताप नगर से आरएसएस नगर तक कि यह यात्रा अब आसपास में अपनी पहचान बना रही है। इसके पीछे के प्रयोजन और लाभ क्या है, इसे समझाया संदीप सेठ ने। उन्होंने बताया कि 22 जनवरी 2025 तक बड़ी संख्या में लोगों को अपने इस अभियान से जोड़ने में हम सफल होंगे।
सकारात्मकता से कई बदला जा सकता है और नए आयाम लिखे जा सकते हैं। चीजों को अपने-अपने तरीके से देखने के दृष्टिकोण होते हैं और इनके माध्यम से बहुत सारे विषयों को बदलना भी संभव होता है। समय के साथ लोगों की सोच बदल रही है और वह अपने आसपास की स्थितियों को अनुकूल करने के प्रयास में लगे हुए हैं। कोरबा क्षेत्र में जिस तरह का अभियान लोगों ने शुरू किया है , वह दूसरे क्षेत्र के लिए अनुकरणीय बन रहा है।