Acn18.com/कोरबा जिले के केराकछार गाँव मे चिता पर कूदना एक ग्रामीण को भारी पड़ गया। इस घटना में उसके शरीर का काफी हिस्सा झुलस गया है। तनाव के चलते ग्रामीण ने यह कदम उठाया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर उस पर पर नजर रखे हुए है।
46 वर्षीय बंशी सिंग केराकछार गाव का निवासी है। आग से झुलसने के कारण उसका ये हाल हो गया है। अचानक आगजनी की घटना में उसकी दशा बिगड़ी, ऐसा भी नही है। गाव के ही मुक्तिधाम में पहुचकर वह चिता पर कूद गया था। गनीमत रही कि सही समय पर लोगों ने उसे बाहर निकाल लिया।
2ह पीड़ित लम्बे समय से तनावग्रस्त था। कई और भी परेशानी उसके सामने थी। इसके कारण हालात ऐसे थे कि – क्या करे, क्या ना करे। पीड़ित ने बताया कि पत्नी को मार देने के फेर में 17 साल जेल में बिताने पड़े। इसी वर्ष जनवरी में रिहाई हुई। लेकिन दुश्वारियों ने पीछा नही छोड़ा।
आग के सम्पर्क में आने से झुलसे ग्रामीण को लोगों की मदद से सरकारी अस्पताल भिजवाया गया, जहां उसे उपचार दिया जा रहा है। बेचैनी कम करने से लेकर जख्म भरने वाली दवाएं लगातार दी जा रही है। चिकित्सकों ने बताया कि आग से जलने और झुलसने के मामलों में भीतर तक असर होता है। ऐसे में पीड़ितों को ठीक होने में समय लगता है। इसके लिए दवाओं का उपयोग करने के साथ विश्वास और धैर्य बनाये रखने की जरूरत होती है।