Acn18.com/कोरबा समेत 146 विकासखंड के पंचायत सचिव अपनी 1 सूत्रीय मांग को लेकर कामकाज बंद करते हुए हड़ताल पर बने हुए है। धरना प्रदर्शन के बाद उन्होंने अब अनशन शुरू किया है। सचिवों का कहना है कि उनकी मांग अधिकारी गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं।
16 मार्च से पंचायत सचिव के द्वारा अपनी मांग को लेकर प्रदेश भर में काम बंद हड़ताल शुरू की गई थी। सचिवों की मांग है कि 2 वर्ष की परिवीक्षा अवधि पूरी होने पर उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। काफी समय से यह मांग दोहराई जाती रही है। पूर्व में मांग पर विचार करने का आश्वासन सचिवों को दिया गया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई इससे नाराज होकर कर्मचारी आंदोलन के रास्ते पर चल पड़े हैं। कोरबा के तानसेन चौराहे पर धरना प्रदर्शन को आगे बढ़ाते हुए दूसरे चरण में अनशन की शुरुआत की गई है।
पंचायत सचिव ने ऐलान किया है कि वे अपनी मांग पर कायम है और अधिकार को लेकर ही मानेंगे। उनका आरोप है कि दूसरे विभागों से जुड़े कर्मचारियों की मांगों पर विचार करने के मामले में सरकार काफी उदारता दिखा रही है लेकिन हमारे प्रति उसका रवैया उदासीनता भरा बना हुआ है। जब तक हमारे पक्ष में परिणाम नहीं आते हैं, यह प्रदर्शन चलता रहेगा।