Acn18.com/कवर्धा जिले के सुदूर वनांचल ग्राम तितरी का नवनिर्मित तालाब पहली ही बारिश की भेंट चढ़ गया। अप्रैल माह में इस तालाब के किनारे का निर्माण मनरेगा योजना के तहत 11 लाख रुपयों की लागत से कराया गया था, लेकिन वो मानसून की पहली बारिश भी नहीं झेल सका।
लगातार हो रही बारिश में तालाब का पार टूटकर धराशायी हो गया। इसके बाद मनरेगा के इंजीनियर पर भी बड़ा सवाल उठ रहा है कि उन्होंने किस तरह से गुणवत्ता जांच की। वहीं तालाब निर्माण करने वाले सरपंच और सचिव भी सवालों के कटघरे में हैं। ग्रामीणों ने तालाब निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
इधर कवर्धा के शहरी इलाकों में फिलहाल बारिश रुक गई है, लेकिन वनांचल इलाकों में शुक्रवार को भी बारिश जारी है। यहां हाफ नदी का जलस्तर बढ़ गया है और लोगों को आने-जाने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
कबीरधाम जिले में एक जून से 26 जून तक 50 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी अनुसार, कवर्धा तहसील में 34.7, सहसपुर लोहारा तहसील में 44.4, पंडरिया तहसील में 71.7, बोड़ला तहसील में 38.4, रेंगाखार तहसील में 58.5, कुण्डा तहसील में 48.6 और पिपरिया तहसील में 53.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बारिश के कारण लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिल गई है।