ACN18.COM रतनपुर / प्रदेश की धार्मिक नगरी रतनपुर के पर्यटक इन दिनों काफी परेशान है । मंदिर प्रांगण के तालाब में बड़ी संख्या में मछली मरी है। जिसकी दुर्गंध से स्थानीय निवासी और दर्शनार्थी परेशान है। कल्पेसरा तलाब में मछलियां अचानक मर रही है। बदबूदार पानी से कई तरह का खतरा मंडरा रहा है। अचरज की बात है कि नगर पालिका इस ओर ध्यान नहीम दे रहा है।
बिलासपुर जिले में आने वाले रतनपुर को इतिहास कार तालाबो की नगरी के रूप मे वर्णित करते है लेकिन रतनपुर मे ही अब तालाबो का अस्तित्व खतरे मे दिख रहा है।यहां के एक प्राचीन तालाब कल्पेसरा मे पानी के प्रदूषित हो जाने के कारण मछलियां मरने लगी है। मरी मछलियो के दुर्गंध से वातावरण प्रदूषित हो रहा है पर्यटन के लिए प्रसिध्द रतनपुर के मंदिर माँ महामाया देवी में आने वाले श्रध्दालू कल्पेसरा तालाब की बदबू से परेशान है और नाक मुंह बंदकर के मंदिर मे पहुंच रहे है वही नपा रतनपुर का तालाबो को स्वच्छ बनाने मे कोइ ध्यान नही है।महामाया मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारी तालाब सफाई के लिए बात कर रहे हैं लेकिन पालिका के गैर जिम्मेदाराना रवैया देखा जा रहा है। तालाब में मछलियों को मरे दो से 3 दिन हो गए लेकिन सफाई की शुरुआत भी नहीं हुई।
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद बिलासपुर के नवनियुक्त कलेक्टर सौरभ कुमार रतनपुर पहुंचे। कलेक्टर ने भी माना है,कि तालाब की सफाई करना बेहद जरुरी है। बरसात के दौरान ही तालाब को साफ किया जाएगा ताकी साफ पानी इसमें भर सके
सूत्रो की माने तो महामाया मंदिर ट्रस्ट द्वारा तालाब को ठेके मे लेकर तालाब को स्वच्छ रखने की बात चल रही थी। इस संबंध मे पूर्व मे लिखित प्रस्ताव भी दिया गया था लेकिन नपा रतनपुर ने इन प्रस्तावो मे कोइ रूचि नही लिया जिससे तालाबो का अस्तित्व अब रतनपुर मे संकट की ओर है।