Acn18.com/छत्तीसगढ़ में तपती गर्मी से राहत और खेती-किसानी के लिए मानसून का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है लेकिन अब ये इंतजार थोड़ा और बढ़ता दिखाई दे रहा है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो 26 जून तक इसके छत्तीसगढ़ में प्रवेश के आसार हैं लेकिन इस बार मानसून की एंट्री हर बार से अलग किसी और डायरेक्शन से हो सकती है। प्रदेश में हर साल मानसून की बस्तर पहुंचता है लेकिन इस साल ये तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और महाराष्ट्र में ही अटका हुआ है इसलिए बस्तर पहुंचने में देरी हो रही है जबकि उत्तर-पूर्वी हिस्से में झारखंड, ओडिशा और बिहार में बारिश हो रही है और यहां मानसूनी बारिश की परिस्थितियां बनती हुई दिखाई दे रही है।
आमतौर पर बस्तर से प्रवेश करने वाला मानसून रायपुर, बिलासपुर होते हुए सबसे आखरी में सरगुजा, जशपुर पहुंचता है, जो राज्य के उत्तर पूर्वी हिस्से में हैं और सरगुजा संभाग झारखंड और ओडिशा से लगा हुआ है इसलिए संभावना जतायी जा रही है कि बस्तर से पहले राज्य के इस हिस्से में मानसून की बारिश चालू हो जाए।
जानिए बीते 10 सालों में कब-कब ली मानसून ने एंट्री
साल 2012 – 18 जून, साल 2013 -09 जून, साल 2014 -19 जून,
साल 2015 -14 जून, साल 2016 -17 जून, साल 2017 -21 जून
साल 2018 -26 जून, साल 2019 – 22 जून, साल 2020 – 12 जून
साल 2021 -16 जून, साल 2022 – 15 जून
मानसूनी आंकड़ों के मुताबिक साल 2018 में 26 जून को मानसून ने सबसे लेट एंट्री ली थी और इस बार भी 26 जून तक ही इसके छत्तीसगढ़ में पहुंचने के आसार हैं।
इस साल किस कारण हुई देरी
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि मानसून अभी आंध्रप्रदेश में ही अटका हुआ है। सामान्य तौर पर तेलंगाना, आंध्र और महाराष्ट्र से होते हुए दक्षिण छत्तीसगढ़ से मानसून की एंट्री होती है। जब तक आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में व्यापक बारिश नहीं हो जाती,तब तक दक्षिण छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री नहीं होगी हांलाकि हर साल से अलग इस बार उत्तर-पूर्व छत्तीसगढ़ के आसापास मानसून की अनुकुल परिस्थितियां बन रही है।
23 जून से तापमान कम होगा
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो से तीन दिनों के अंदर मनसून के ओडिशा के कुछ हिस्सों, बंगाल, बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने की अनुकुल परिस्थितियां बन रही हैं। मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि प्रदेश में कल से अच्छी बारिश के आसार हैं और बारिश की वजह से प्रदेश में 23 जून से तापमान में कमी आने लगेगी और 26 जून तक मानसून प्रवेश के संभावना जतायी जा रही है।
उन्होंने बताया कि मानसून को पूरा प्रदेश कवर करने में इस बार ज्यादा समय नहीं लगेगा क्योंकि प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकुल परिस्थितियां बनी हुई है।