Acn18.com/भारतीय गोधन पर रचित यह पुस्तक 100 वर्ष पहले रची गई थी, जिसमें गोवंश पशुओं की सुरक्षा और गोधन के बारे में विस्तार से समझाया गया है।
– गौठान समिति के अध्यक्ष एवं अशासकीय सदस्यों को मुख्यमंत्री द्वारा किया जा रहा मानदेय का अंतरण।
– प्रत्येक गौठान के प्रबंधन के लिए 13 सदस्य नियुक्त हैं। प्रत्येक स्वावलंबी गौठान अध्यक्ष को 750 रुपए तथा अशासकीय सदस्यों को पाँच-पांच सौ रुपए प्रतिमाह का मानदेय आज से प्रदान किया जा रहा।
– मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा गौठान समिति के अध्यक्ष और अशासकीय सदस्यों को 1 करोड़ 56 लाख रुपए का मानदेय अंतरण किया गया।
– मुख्यमंत्री ने गोबर विक्रेताओं को गोबर विक्रय राशि 9 करोड़ 80 लाख रुपए का बटन दबाकर किया अंतरण।
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जबसे हमारी सरकार स्थापित हुई, तबसे मुख्यमंत्री गरीबों के लिए महिलाओं के लिए मजदूरों के लिए पटेलों, कोटवारों सभी के हित में काम करते हुए शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत आप सभी का मानदेय बढ़ाया है।
ग्राम स्तर पर कोटवार प्रशासनिक व्यवस्था की महत्वपूर्ण एवं न्यूनतम होती है यह प्रशासनिक व्यवस्था और कानून व्यवस्था में पुलिस को सहयोग प्रदान करती हैं।
आपने 6 नए जिलों का गठन कर सत्ता के विकेंद्रीकरण का कार्य किया। इससे गांव-गांव तक आपने शासन की पहुंच को आसान बनाया। लोगों तक सुविधाएं पहुंचाने के लिए जिससे गांव का विकास संभव हो पाया।
आपने प्रदेशवासियों का ध्यान रखते हुए विभिन्न योजनाओं के तहत उनका ध्यान रखा।
अग्रवाल ने पटेल और कोटवारों का मानदेय बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया।
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता का सम्मान बढ़ाने के लिए मुख़्यमंत्री जी ने मई दिवस एवं बोरे बासी दिवस मनाने का निर्णय लिया।
प्रदेश के पूरा 11 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायत में मुख्यमंत्री जी की योजना को आप पंचायत समिति के सदस्यों को संचालित करना है।
गौठान समिति के अध्यक्ष और सदस्यों को मानदेय मिलेगा ऐसा किसी ने कल्पना नहीं की थी लेकिन आज मुख्यमंत्री जी ने लगभग डेढ़ करोड़ रुपये की राशि मानदेय की रूप में दी है।
मुख्यमंत्री ने कोटवार और पटेल का मानदेय बढ़ाया है साथ ही उन्होंने गांव की प्रत्येक समिति में पटेलों को स्थान देने के भी निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज ग्राम पटेल, कोटवार, होमगार्ड और गौठान प्रबंधन समिति के सम्मेलन कार्यक्रम में मैं आप सभी का स्वागत, अभिनन्दन करता हूँ।
छत्तीसगढ़ सरकारी की ओर से मैं आपका आभार व्यक्त करता हूँ।
पिछले 4 दिनों से लगातार कार्यक्रम चल रहा है। 30 तारीख को लगभग 70,000 बेरोजगार साथियों को राशि प्रदान की गई।
1 मई को मजदूर दिवस के दिन मजदूरों को विभिन्न योजनाओं के तहत राशि का वितरण और बोरे बासी दिवस मनाया गया।
2 मई को महिलाओं का दिन था और आज हमारे कोटवार भाई, नगर सैनिक पटेल और एक नया संगठन छत्तीसगढ़ के अलावा और दूसरी जगह ऐसा संगठन नहीं है, गौठान प्रबंधन समिति अस्तित्व में आया है, आज इस सम्मेलन में सभी शामिल है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था में कोटवार और पटेल का बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है शासन चलाने में कानून व्यवस्था संभालने में नगर सैनिक की बड़ी भूमिका और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को संभालने में हमारे किसान समिति की बड़ी भूमिका तय होने वाली है।
गोवंश के खुले में चराई से कृषि का रकबा कम होने लगा था किसानों को ओनहारी की फसल लेना मुश्किल हो चुका था। ऐसे समय में हमने गौठान की संकल्पना शुरू की।
अब गौठान में गोबर बनाना दिया बनाना गौकाष्ठ, पेंट बनाना और अब तो बिजली बनाने का कार्य शुरू किया गया है। हमने जो व्यवस्था की उसमें 10 हजार गौठानों में से 5000 गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं।
जिन गांव के गौठानों में रोजाना 5 क्विंटल गोबर की खरीदी की जाएगी, वहां बिजली बनाने की यूनिट स्थापित की जाएगी।
लगातार हमने प्रयास किया है कि किसी न किसी प्रकार से हर परिवार में शासकीय योजना का लाभ मिले। चाहे 35 किलो चावल हो, चाहे बिजली बिल हाफ योजना हो, चाहे किसान न्याय योजना, सभी योजनाओं का मिल सके।
इसी प्रकार मिलजुल कर हम सभी को छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करना है।
छत्तीसगढ़ में रहने वाले 2 करोड़ 85 लाख लोगों की ही सेवा छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा है।