ACN18.COM कोरबा /कोरबा जिले में सब्जी भाजी का उत्पादन करने वाले किसानों की संख्या 5000 के आसपास हो गई है। समय के साथ किसानों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है । किसानों ने समझ लिया है कि परंपरागत फसल लेने से कहीं ज्यादा फायदेमंद सब्जी भाजी का उत्पादन करना है। छत्तीसगढ़ शाकंभरी बोर्ड ने इस काम में लगे किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए वचनबद्धता दोहराई है।
छत्तीसगढ़ के राम कुमार पटेल को सरकार ने शाकंभरी बोर्ड का अध्यक्ष बनाया है। उनके नेतृत्व में किसानों से संबंधित योजनाओं को तैयार करने और उनका बेहतर क्रियान्वयन कराने के लिए काम जारी हैं। सब्जी भाजी व्यवसाय से जुड़े लोगों को सरकारी योजना से मिल रहे लाभ की जानकारी लेने के लिए रामकुमार विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। कोरबा का प्रमाण उन्होंने इसी कड़ी में किया। इस दौरान उद्यानिकी कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों से बातचीत की और एक बैठक ली। यहां पर मीडिया से संक्षिप्त चर्चा में राम कुमार ने बताया कि किसान सम्मान निधि कलाम उद्यानिकी फसल लेने वाले वर्ग को भी मिलेगा। बजट से जुड़ी दिक्कतों को दूर कर दिया गया है।
यह बताना आवश्यक होगा कि कोरबा जिले में सब्जियों की ज्यादातर आपूर्ति मध्य प्रदेश पश्चिम बंगाल उत्तर प्रदेश और कर्नाटक से होती हैं। स्थानीय स्तर पर सब्जी भाजी का उत्पादन जरूर होता है लेकिन इतनी मात्रा से यहां के कई लाख लोगों की जरूरत को पूरा करने मैं दिक्कत आ रहे हैं। सब्जी व्यवसाय से जिस तरह का फायदा हो रहा है उस से प्रेरित होकर अब परंपरागत फसल लेने वाला वर्ग भी इस तरफ उत्साह दिखा रहे हैं। सरकार की उद्यानिकी योजनाएं और शाकंभरी बोर्ड के द्वारा किए जा रहे कार्यों से ऐसे लोगों को भविष्य में काफी फायद मिल सकते हैं
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